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अपना ट्रेडिंग अकाउंट कैसे खोलें

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जब आपके पास पहले से ही Zerodha ट्रेडिंग अकाउंट है और आप डीमैट अकाउंट खोलना चाहते हैं तो Zerodha demat application डाउनलोड कीजिये ,प्रिंट कीजिये , भरिये और नीचे दिए गए पते पर भेज दीजिये -

  1. आपका डीमैट ऍप्लिकेशन तभी प्रोसेस किया जायेगा जब आप KYC कॉम्पलिएंट(compliant) हो। आप KYC कॉम्पलिएंट(compliant) है या नहीं यह जानने के लिए यहाँ https://www.cvlkra.com/ क्लिक करें और 'KYC Enquiry' के अंदर अपना PAN डालें। यदि आप KYC कॉम्पलिएंट(compliant) नहीं है, तो आपको भरा हुआ KYC form सबमिट करना पड़ेगा और डीमैट ऍप्लिकेशन को भर कर KYC डाक्यूमेंट्स के साथ भेजना होगा।
  2. जब फॉर्म ऑफिस में मिल जाता है तो डीमैट अकाउंट 48 घंटों में खुल जाता है। यदि फॉर्म भरने के लिए आपको मदद की जरुरत है तो आप नीचे जाकर टिकट क्रिएट कर सकते हैं या हमें इन नंबर पर 080 47192020 / 080 71175337 समपर्क कर सकते हैं।
  3. यदि आपने हमारे साथ सिर्फ ट्रेडिंग अकाउंट खोला था और आपने इक्विटी सेगमेंट के लिए साइन अप नहीं किया था अपना ट्रेडिंग अकाउंट कैसे खोलें तो कृपया हमें सेगमेंट एडिशन फॉर्म भेजिए : https://zerodha-common.s3.ap-south-1.amazonaws.com/Downloads-and-resources/Addition%20Segments.pdf
  4. पावर ऑफ़ अटॉर्नी (POA) (PDF) . यह ऑप्शनल है, देखिये पावर ऑफ अटॉर्नी (POA) और डीमैट डेबिट और प्लेज इंस्ट्रक्शन (DDPI) क्या है?
  5. अगर क्लाइंट्स Zerodha के साथ केवल कमोडिटी अकाउंट होल्ड करते है, तब उन्हें ट्रेडिंग और डीमैट दोनों अकाउंट ओपन करने की जरूरत है।

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ध्यान दें: हिंदी सपोर्ट पोर्टल आपकी सुविधा के अपना ट्रेडिंग अकाउंट कैसे खोलें लिए है, लेकिन टिकेट बनाते समय कृपया अंग्रेजी का प्रयोग करें।

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डीमैट अकाउंट क्या होता है? शेयरों को खरीदा और बेचा कैसे जाता है?

डीमैट अकाउंट एक बैंक अकाउंट के समान है. जैसे एक सेविंग अकाउंट (बचत खाता) पैसे को चोरी होने और किसी भी गड़बड़ी से बचाता है, वैसे ही एक डीमैट अकाउंट निवेशकों के लिए भी यही काम करता है.

डीमैट अकाउंट क्या होता है? शेयरों को खरीदा और बेचा कैसे जाता है?

TV9 Bharatvarsh | Edited By: मनीष रंजन

Updated on: Oct 20, 2022 | 11:17 AM

शेयर मार्केट में निवेश ( इन्वेस्टमेंट ) शुरू करने के लिए आपको तीन अकाउंट ( खातों ) की जरूरत होती है . ये तीन अकाउंट हैं डीमैट अकाउंट , ट्रेडिंग अकाउंट और बैंक अकाउंट . हर अकाउंट का अपना एक अलग काम होता है , लेकिन ट्रांजैक्शन ( लेन – देन ) को पूरा करने के लिए तीनों एक – दूसरे पर निर्भर होते हैं . शेयर मार्केट में ट्रेडिंग के लिए ये तीन अकाउंट होने चाहिए .

डीमैट अकाउंट क्या है ?

डीमैट अकाउंट एक बैंक अकाउंट के समान है . जैसे एक सेविंग अकाउंट ( बचत खाता ) पैसे को चोरी होने और किसी भी गड़बड़ी से बचाता है , वैसे ही एक डीमैट अकाउंट निवेशकों के लिए भी यही काम करता है . डीमैट अकाउंट या डीमैटरियलाइज्ड अकाउंट इलेक्ट्रॉनिक फॉर्म में शेयरों और सिक्योरिटीज को रखने की सुविधा देता है . ये अकाउंट फिजिकल शेयरों को डीमैटरियलाइज्ड फॉर्म में स्टोर ( संग्रहित ) करते हैं . फिजिकल शेयरों को इलेक्ट्रॉनिक फॉर्म ( रूप ) में परिवर्तित करने की प्रक्रिया ( प्रोसेस ) को डिमैटेरियलाइजेशन कहा जाता है . जब भी ट्रेडिंग की जाती है तो इन शेयरों को डीमैट अकाउंट में क्रेडिट या डेबिट किया जाता है . डीमैट अपना ट्रेडिंग अकाउंट कैसे खोलें अकाउंट के प्रकार ( टाइप ) डीमैट अकाउंट खोलते समय निवेशकों को अपने प्रोफाइल के मुताबिक डीमैट अकाउंट का चुनाव सावधानी से करना चाहिए . कोई भी भारतीय मिनटों में ऑनलाइन डीमैट अकाउंट खोल सकता है . निवेशक डिपॉजिटरी अपना ट्रेडिंग अकाउंट कैसे खोलें पार्टिसिपेंट (DP) के साथ डीमैट अकाउंट खोल सकते हैं . 5 पैसा https://bit.ly/3RreGqO एक ऐसा ही प्लेटफॉर्म है जहां आप आसानी से अपना डीमैट अकाउंट खोल सकते हैं और ट्रेडिंग शुरू कर सकते हैं . डीमैट अकाउंट चार तरह के होते हैं .

1)- रेगुलर डीमैट अकाउंट एक रेगुलर डीमैट अकाउंट भारतीय निवासी निवेशकों के लिए होता है जो केवल शेयर खरीदना और बेचना चाहते हैं और सिक्योरिटीज को जमा ( डिपॉजिट ) करना चाहते हैं . जब आप शेयर बेचते हैं तो शेयर अकाउंट से डेबिट हो जाते हैं . इसी तरह जब आप शेयर खरीदेंगे तो वह आपके अकाउंट में क्रेडिट हो जाएंगे . यदि आप फ्यूचर्स एंड ऑप्शंस में ट्रेडिंग कर रहे हैं तो डीमैट अकाउंट की कोई जरूरत नहीं है क्योंकि इस तरह की डील के लिए स्टोरेज की कोई जरूरत नहीं होती है .

2)- बेसिक सर्विस डीमैट अकाउंट यह एक नए तरह का डीमैट अकाउंट है , जिसे बाजार नियामक ( मार्केट रेगुलेटर ) सेबी (SEBI) ने पेश किया है . छोटे निवेशकों को ध्यान में रखते हुए यह अकाउंट शुरू किया गया है . 50,000 रुपये से कम के स्टॉक और बॉन्ड रखने के लिए कोई मेंटेनेंस चार्ज ( रखरखाव शुल्क ) नहीं देना होगा . 50,000 रुपये से 2 लाख रुपये तक की सिक्योरिटी रखने पर सिर्फ 100 रुपये का चार्ज लगेगा .

3)- प्रत्यावर्तनीय डीमैट अकाउंट (Repatriable Demat Account) प्रत्यावर्तनीय डीमैट अकाउंट NRI ( अनिवासी भारतीयों ) के लिए है . इसके जरिए वे भारतीय बाजार में निवेश कर सकते हैं और विदेश में भी पैसा भेज सकते हैं . हालांकि फंड ट्रांसफर करने के लिए डीमैट अकाउंट को NRI (Non-Resident External) अकाउंट से जोड़ना होगा .

4)- गैर प्रत्यावर्तनीय डीमैट अकाउंट (Non-repatriable Demat Account) अनिवासी भारतीयों (NRI) के लिए एक गैर – प्रत्यावर्तनीय डीमैट अकाउंट भी मौजूद है . हालांकि इस अकाउंट के जरिए विदेश में पैसा ट्रांसफर नहीं किया जा सकता .

डीमैट अकाउंट के फायदे

डीमैट अकाउंट बिना किसी परेशानी के शेयरों को तेजी से ट्रांसफर करने की सुविधा देता है . शेयर या सिक्योरिटीज सर्टिफिकेट एक डीमैट अकाउंट में इलेक्ट्रॉनिक फॉर्म से रखे जाते हैं . ऐसे में उनकी चोरी , जालसाजी और नुकसान होने की संभावना बहुत कम होती है . ट्रेडिंग एक्टिविटीज को आसानी से ट्रैक किया जा सकता है . डीमैट अकाउंट को कभी भी और कहीं से भी एक्सेस किया जा सकता है . बोनस स्टॉक , राइट्स इश्यू , स्प्लिट शेयर अपने आप अकाउंट में जमा हो जाते हैं .

डीमैट अकाउंट कैसे खोलें

शेयर मार्केट में ट्रेडिंग के लिए डीमैट अकाउंट खोलना अनिवार्य है . आप किसी वित्तीय संस्थान या ब्रोकर के जरिए डीमैट अकाउंट खोल सकते हैं . सबसे पहले आपको इसके लिए एक डिपॉजिटरी पार्टिसिपेंट (DP) को चुनना होगा . यह एक वित्तीय संस्थान , अधिकृत बैंक या ब्रोकर हो सकता है . आप उनके साथ एक डीमैट अकाउंट खोल सकते हैं . DP को ब्रोकरेज चार्ज , सालाना चार्ज और लीवरेज के आधार पर चुना जाना चाहिए . DP का चयन करने के बाद आपको अकाउंट खोलने का फॉर्म , KYC फॉर्म भरना होगा और उसे जमा करना होगा . इसके साथ आपको कुछ दस्तावेज भी देने होंगे . इनमें पैन कार्ड , रेजिडेंस प्रूफ , आईडी प्रूफ और पासपोर्ट साइज फोटो शामिल हैं .

शेयर बाजार में निवेश करना चाहते हैं, तो जरूरी है Demat Account होना, जानें कैसे खुलता है, क्या होता है चार्ज

How to open a Demat Account : डीमैट खाता खोलने की प्रक्रिया बहुत आसान होती है. इसके लिए सबसे पहले आपको एर फॉर्म ऑनलाइन भरना होता है. जिसके बाद ई वेरिफिकेशन होता है. ये प्रोसेस पूरी होते ही आपका डीमैट खाता खुल जाता है.

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Demat Account : शेयर बाजार में ट्रेडिंग करने के लिए जरूरी है डीमैट अकाउंट. (प्रतीकात्मक तस्वीर)

शेयर बाजार में ट्रेडिंग (Share Market Trading) कर पैसा बहुत से लोग बनाना चाहते हैं लेकिन शेयर्स खरीदने और बेचने के लिए जिस अपना ट्रेडिंग अकाउंट कैसे खोलें डीमैट अकाउंट की जरूरत होती है, उसके बारे में कम ही जानकारी होती है. डीमैट अकाउंट कैसे काम करता है, इस खाते को खोलने के लिए जरूरी कागजात कौन से होते हैं और कितनी फीस डीमैट खाते को खोलने के लिए खर्च करनी पड़ती है. ऐसे बहुत सारे सवालों के जवाब हम आपको इस खबर की मदद से दे रहे हैं क्योंकि शेयर ट्रेडिंग के लिए डीमैट अकाउंट होना जरूरी है, इसके बिना ट्रेडिंग नहीं की जा सकती है.

तो आइए जानते हैं डीमैट खाते से जुड़ी हर जरूरी जानकारी.

क्या होता है डीमैट खाता

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जिस तरह से बैंक अकाउंट होता है. इसी तरह से डीमैट अकाउंट भी बैंक खाते की तरह काम करता है. शेयर बाजार को रेगुलेट करने वाली संस्था SEBI के साफ निर्देश हैं कि बिना डीमैट खाते के शेयरों को किसी भी अन्य तरीके से खरीदा और बेचा नहीं जा सकता है.

डीमैट खाते की सबसे अच्छी बात होती है ये जीरो अकाउंट बैलेंस के साथ भी खोला जा सकता है. इसमें मिनिमम बैलेंस रखने की जरूरत नहीं होती है. शेयर बाजार में निवेश के लिए निवेशक के पास बैंक अकाउंट, ट्रेडिंग अकाउंट और डीमैट खाता होने चाहिए क्योंकि डीमैट खाते में आप शेयरों को डिजिटल रूप से अपने पास रख सकते है. तो वहीं ट्रेडिंग अकाउंट से मदद से शेयर, म्युचुअल फंड और गोल्ड में निवेश किया जा सकता है.

कैसे खोलें डीमैट खाता

- शेयरों में ऑनलाइन निवेश करने के लिए सबसे ज्यादा जरूरी डीमैट खाता होता है. आप इसे HDFC सिक्योरिटीज, ICICI डायरेक्ट, Axis डायरेक्ट जैसे किसी भी ब्रोकरेज के पास खुलवा सकते हैं.

- ब्रोकरेज फर्म का फैसला लेने के बाद आप उसकी वेबसाइट पर जाकर डीमैट अकाउंट ओपन करने का फॉर्म सावधानी से भरने के बाद उसकी KYC प्रोसेस को पूरा करें.

- KYC के लिए फोटो आईडी प्रूफ, एड्रेस प्रूफ के लिए डॉक्यूमेंट की जरूरत पड़ेगी. जब ये प्रोसेस पूरी हो जाएगा तो उसके बाद इन-पर्सन वेरिफिकेशन होगा. संभव है जिस फर्म से आप डीमैट अकाउंट खुलवा रहे हों, वो अपने सर्विस प्रोवाइडर के दफ्तर आपको बुलवाएं.

- इस प्रोसेस को पूरा होने के बाद आप ब्रोकरेज फर्म के साथ टर्म ऑफ एग्रीमेंट साइन करते है. ऐसा करने के बाद आपका डीमैट अकाउंट खुल जाता है.

- फिर आपको डीमैट नंबर और एक क्लाइंट आईडी दी जाएगी.

कौन खोलेगा डीमैट खाता

इंडिया में डीमैट खाता खोलने का काम दो संस्थाएं करती है. जिसमें पहली है NSDL (National Securities Depository Limited) और दूसरी है CDSL (central securities depository limited). 500 से अधिक एजेंट्स इन depositories के लिए काम करते है, जिनको आम भाषा में डीपी भी कहा जाता है. इनका काम डीमैट अकाउंट खोलना होता है.

जरूरी शर्तें

डीमैट अकाउंट खोलने के लिए सबसे ज्यादा जरूरी शर्त होती है कि जो व्यक्ति शेयर ट्रेडिंग के लिए डीमैट अकाउंट खुलवा रहा हो उसकी उम्र 18 साल से ज्यादा होनी चाहिए. साथ ही इसके लिए उस व्यक्ति के पास पैन कार्ड, बैंक अकाउंट आइडेंटिटी और एड्रेस प्रूफ होना जरूरी है.

डिमैट अकाउंट कैसे खोलें ? How to open Demat account 2022 ?

आप इस Article को पढ़ रहे हो तो इसका मतलब यह साफ है कि आप स्टॉक मार्केट में अपना हाथ आजमाना चाहते हे डिमैट अकाउंट खोलना बहुत ही आसान है जिस तरह बैंक में पैसा जमा कराने के लिए आपको एक बैंक खाता खुलवाना पड़ता है उसी प्रकार शेयर मार्केट में कंपनियों के शेर को खरीदने और बेचने के लिए को रखने के लिए डीमेट अकाउंट की आवश्यकता पड़ती है डिमैट अकाउंट खोलने के लिए आपके पास कुछ जरूरी दस्तावेज का होना अति आवश्यक है सभी दस्तावेज में पैन कार्ड अति आवश्यक है क्योंकि इसके बिना आप डिमैट अकाउंट बिल्कुल भी नहीं खोल सकते है चलिए अपने आपको बताता हूं कि डीमेट अकाउंट कितने प्रकार के होते हैं और डिमैट अकाउंट कैसे खोले और किस ब्रोकर के साथ खोलें क्योंकि मार्केट में तीन प्रकार के स्टॉक ब्रोकर होते हैं

डीमैट अकाउंट कैसे खोलें – How to open Demat account

शेयर बाजार में कुछ साल पहले किसी भी कंपनी के शेयर को खरीदने और बेचने के लिए कंपनी के ऑफिस जाना पड़ता था और वहां पर कागजी दस्तावेज से आप शेयर को खरीद और बेच सकते थे लेकिन अब आप यह काम जिस फोन से यह लेख पढ़ रहे हो उसी फोन से कर सकते है

डीमैट खाता खोलने के लिए आपके पास Pan card और आधार कार्ड होना अति आवश्यक है इसके साथ ही आपके पास दो पासपोर्ट साइज फोटो एक सफेद पेपर पर अपने साइन और आधार कार्ड से अपना मोबाइल नंबर वेरीफाई होना आवश्यक है

Zordha मैं डीमैट अकाउंट कैसे खोलें ?

शेयर बाजार में ट्रेडिंग और इन्वेस्टिंग करने के लिए जरोदा एक बेस्ट प्लेटफॉर्म है क्योंकि यह एक डिस्काउंट ब्रोकर है इसके साथ ही इस ऐप का इंटरफस बहुत ही अच्छा है जिसके कारण आपको शेयर खरीदते और बेचत समय में बहुत ही आसानी होती है

  1. आपको सबसे पहले Zeordha वेबसाइट पर जाना है अब यहां पर आप Sign up now पर क्लिक करें
  2. अब आपको यहां पर अपना मोबाइल नंबर देना है उसके ऊपर एक ओटीपी आएगा अब इसे आप वहां पर डाल दे
  3. अब आगे आप सारी जानकारी भरने के बाद मुझे कॉल करो पर क्लिक कर दें अब आपको जरोद की टीम से फोन आएगा और जितने भी आवश्यक दस्तावेज है वह आपसे वह मांग लेंगे और अगले 5 से 7 दिनों के भीतर आपका डिमैट अकाउंट चालू कर दिया जाएगा
  4. अगर आप खुद ही जरोदा अपना ट्रेडिंग अकाउंट कैसे खोलें पर ऑनलाइन डीमैट अकाउंट खोलते हैं तो आपको कुछ भी प्रॉब्लम हो तो आप इस नंबर पर जरोदा की टीम से मदद मांग सकते हैं

शेयर बाजार में जब आप किसी भी कंपनी के शेयर को अपना ट्रेडिंग अकाउंट कैसे खोलें अपना ट्रेडिंग अकाउंट कैसे खोलें खरीदते और बेचते हो तो आपका ब्रोकर इस सुविधा के लिए आपसे चार्ज लेता है जोकि ₹20 से लेकर ₹100 तक होता है मार्केट में बहुत सारे ब्रोकर है जो बहुत ज्यादा चार्ज लेते हैं लेकिन जरोदा एकमात्र ऐसा डिस्काउंट ब्रोकर है जो एक आर्डर के सिर्फ ₹10 से ₹20 लेता है अगर आपको विरोधा के साथ और भी सुविधाओं का आनंद लेना है तो आप नीचे दिए गए लिंक से जरोदा में डिमैट अकाउंट ओपन कर सकते

डीमैट अकाउंट कितने प्रकार के होते हैं ?

शेयर बाजार में ट्रेडिंग और इन्वेस्टिंग करने के लिए तीन प्रकार के डीमेट अकाउंट होते हैं डिमैट अकाउंट के प्रकार अलग-अलग व्यक्तियों की प्रोफाइल के हिसाब से बनाया गया है

  • रेगुलर रेडीमेड खत्म (Regular Demat account)
  • रिपेट्रायबल डीमेट खाता (Repatriable Demat Account)
  • नॉन-रिपाट्रिएबल डीमैट अकाउंट (Non-Repatriable Demat Account )

डीमेट अकाउंट खोलने के लिए कितने रुपए लगते हैं ?

आजकल मार्केट में कई सारे ऐसे स्टॉक ब्रोकर मौजूद है जो आपका बिल्कुल फ्री है ना अकाउंट ओपन आपका बिल्कुल फ्री में भी अकाउंट ओपन कर देते हैं लेकिन बाद में वह अपना ट्रेडिंग अकाउंट कैसे खोलें आपके ऊपर इतने हिडेन चार्ज लगाते हैं जिसका आपको पता भी नहीं चलता है तो मैं आपको यह सुझाव दूंगा कि आप अगर जीरोधा के साथ में अपना डीमेट अकाउंट ओपन करते हैं तो आप के ₹200 चार्ज लगेगा बाकी और भी ब्रोकर है जो ₹200 से लेकर ₹1000 तक डीमेट अकाउंट खोलने के रुपए लेते हैं

क्या मैं डीमैट अकाउंट खोल सकता हूं ?

किसी भी व्यक्ति की उम्र अपना ट्रेडिंग अकाउंट कैसे खोलें 18 वर्ष से ऊपर है और उसके पास पैन कार्ड बना हुआ है तो आप आसानी से शेयर बाजार में ट्रेडिंग और इन्वेस्टिंग करने के लिए डीमेट अकाउंट खोल सकते हैं भारत में निवास करने वाला कोई भी व्यक्ति डीमेट अकाउंट खोल सकता है

निष्कर्ष – convolution

आज के इस ब्लॉग में आपने यह सीखा की डिमैट अकाउंट कैसे खोलें इसके साथ ही हमने आपको डीमेट अकाउंट खोलते समय रखने वाली प्रत्येक सावधानी के बारे में विस्तार से बताने का प्रयास किया है हां जी हमने आपको यह भी बताया है की डिमैट अकाउंट कितने प्रकार के होते हैं भारत में डीमेट अकाउंट खोलने के लिए सबसे अपना ट्रेडिंग अकाउंट कैसे खोलें अच्छा ब्रोकर कौन है आदि

यदि आपको इस लेख से कुछ सीखने को मिला हो तो आप हमें कमेंट करके जरूर बताएं और यदि आपको डिमैट अकाउंट खोलने में किसी भी प्रकार की परेशानी हो तो आप यह भी हमारे से पूछ सकते हैं हमारी टीम आपको जल्द से जल्द जवाब देने की कोशिश करेगी | इस लेख को अपने दोस्तों के साथ जरूर शेयर करें

डिमैट और ट्रेडिंग अकाउंट कैसे खोले ?

नमस्ते दोस्तों ! स्वागत है आपका इस आज के धमाकेदार Article में। आज हम पढ़ने वाले हैं कि, डिमैट और ट्रेडिंग अकाउंट कैसे खोलें ? आज के इस लेख में हम डिमैट अकाउंट और ट्रेडिंग अकाउंट के बारे में पूरी जानकारी देंगे। डिमैट अकाउंट क्या है, ट्रेडिंग अकाउंट क्या है, डिमैट और ट्रेडिंग अकाउंट खोलने के लिए कौन से डॉक्यूमेंट चाहिए, ट्रेडिंग अकाउंट और डिमैट अकाउंट के बीच का अंतर समझेंगे। तो चलिए शुरू करते हैं.

Table of Contents

डिमैट और ट्रेडिंग अकाउंट क्या है ? ( What Is Demat & Trading Account ?)

डिमैट और ट्रेडिंग अकाउंट कैसे खोले ?

हमारे पास जो कमाए हुए या बचाए हुए पैसे होते हैं, उस पैसे को कई सुरक्षित जगह रखने के लिए हम बैंक में बैंक अकाउंट खोलते हैं। जिस तरह से पैसे रखने के लिए बैंक अकाउंट होता है, उसी तरह से शेयर मार्केट में होल्ड किए हुए शेयर को संग्रहित करने के लिए डिमैट अकाउंट होता है। शेयर मार्केट में व्यापार (Trade) करने के लिए ट्रेडिंग अकाउंट होता है।

डिमैट अकाउंट क्या है ? (What Is Demat Account ?)

शेयर मार्केट में इन्वेस्ट करने के लिए डिमैट अकाउंट जरूरी होता है। भारत में डिमैट अकाउंट सिस्टम 1996 में नेशनल स्टॉक एक्सचेंज में शुरू हुई थी। डिमैट अकाउंट सिस्टम को 1996 में ही सेबी द्वारा शुरू किया गया था। डिमैट अकाउंट में आप ने खरीदे हुए शेयर इलेक्ट्रॉनिक फॉर्म में संग्रहित किए जाते हैं। भारत में डिमैट अकाउंट सिस्टम आने से पहले पेपर वर्क के द्वारा शेयर को बेंचा या खरीदा जाता था। उसमें शेयर धारकों को शेयर सर्टिफिकेट बांटा जाता था।

डिमैट अकाउंट का पूरा नाम Dematerialisation होता है। डिमैट अकाउंट वह अकाउंट होता है, जहां हमने खरीदकर होल्ड किए हुए शेयर्स को इलेक्ट्रॉनिक फॉर्म में संग्रहित किया जाता है। आपने अगले कुछ सालों के लिए ख़रीदे हुए शेयर यहां पर संग्रहित होते हैं।

ट्रेडिंग अकाउंट क्या है ? (What Is Trading Account ?)

शेयर मार्केट में व्यापार (Trade) करने के लिए ट्रेडिंग अकाउंट का होना जरूरी होता है। शेयर की लेन-देन करने के लिए ट्रेडिंग अकाउंट जरूरी होता है। ट्रेडिंग अकाउंट आपके डिमैट अकाउंट और बैंक के बीच एक कड़ी का काम करता है। ट्रेडिंग अकाउंट आपके वित्तीय साधनों (Financial Instruments) में ट्रेड करने के लिए होता है।

क्या हम बिना ट्रेडिंग खाता के अपना ट्रेडिंग अकाउंट कैसे खोलें डिमैट खाता रख सकते हैं ?

यह बिलकुल संभव है।यदि आप IPO के लिए अप्लाई करते हैं, तो आवंटन (Allotment) किये हुए शेयर्स को रखने के लिए आपको केवल डिमैट अकाउंट की जरूरत होती है। यदि आप इस शेयर्स को बेचना नहीं चाहते, सिर्फ Hold करते हो तो, डिमैट अकाउंट ही पर्याप्त है। यदि आप इस शेयर्स को बेचना चाहते हो तो, आपको ट्रेडिंग अकाउंट खोलना होगा।

क्या हम बिना डिमैट अकाउंट के ट्रेडिंग अकाउंट को रख सकते हैं ?

डिमैट अकाउंट की जरूरत तभी होती है, जब आप शेयर्स होल्ड कर के संग्रहीत करके रखना चाहते हैं। इसलिए अगर आप शेयर मार्केट में सिर्फ व्यापार करना चाहते हैं, तो आप फ्यूचर और ऑप्शंस करने के लिए सिर्फ एक ट्रेडिंग अकाउंट भी खोल सकते हैं। यदि आप इक्विटी में व्यापार करना चाहते हैं तो आपको डिमैट अकाउंट खोलना जरूरी होता है। सेबी के नियम आप अपने ट्रेडिंग अकाउंट के साथ डिमैट अकाउंट को खोलने पर जोर देते हैं।

डिमैट और ट्रेडिंग अकाउंट खोलने के लिए कौन-से डॉक्यूमेंट की आवश्यकता होती है ?

डिमैट अकाउंट खोलने के लिए आवश्यक डॉक्यूमेंट :

  • पहचान का सबूत (Proof of Identity) निम्नलिखित में से कोई एक
  • पैन कार्ड
  • आधार कार्ड
  • ड्राइविंग लाइसेंस
  • पासपोर्ट
  • वोटर आइडेंटिटी कार्ड
  • पते का प्रमाण (Proof of Address) निम्नलिखित में से कोई एक
  • आधार कार्ड
  • रेशन कार्ड
  • पासपोर्ट
  • वोटर आईडी कार्ड
  • ड्राइविंग लाइसेंस
  • बैंक पासबुक

ट्रेडिंग अकाउंट खोलने के लिए आवश्यक डॉक्यूमेंट:

  • पहचान का सबूत (Proof of Identity) निम्नलिखित में से कोई एक
  • पैन कार्ड
  • आधार कार्ड
  • ड्राइविंग लाइसेंस
  • पासपोर्ट
  • वोटर आईडेंटिटी कार्ड
  • पते का प्रमाण (Proof of Address) निम्नलिखित में से कोई एक
  • आधार कार्ड
  • रेशन कार्ड
  • पासपोर्ट
  • वोटर आईडी कार्ड
  • ड्राइविंग लाइसेंस
  • बैंक पासबुक
  • आय का प्रमाण (Proof of Income) निम्नलिखित में से कोई एक
  • ITR (Acknowledgement Copy)
  • सैलरी स्लिप
  • स्टेटमेंट ऑफ डिमैट अकाउंट होल्डिंग
  • करंट बैंक अकाउंट स्टेटमेंट (6 महीने तक)
  • बैंक अकाउंट का प्रमाण (Proof of Bank Account)
  • कैंसिल चेक

डिमैट और ट्रेडिंग अकाउंट में क्या अंतर है ? (What Is Difference Between Demat & Trading Account ?)

  • डिमैट अकाउंट में हमने खरीदे हुए शेयर्स ज्यादा समय के लिए संग्रहीत किए जाते है।
  • ट्रेडिंग अकाउंट आपको शेयर की लेनदेन करने के लिए होता है।
  • शेयर मार्केट में इन्वेस्ट करने के लिए डिमैट अकाउंट जरूरी होता है।
  • शेयर मार्केट में ट्रेड करने के लिए ट्रेडिंग अकाउंट होता है।
  • एक डिमैट अकाउंट आपके स्वामित्व (Ownership) वाले शेयर्स और प्रतिभूतियों (Securities) को दिखाता है।
  • एक ट्रेडिंग अकाउंट आपके द्वारा शेयर बाजार में अब तक किए गए लेन-देन का विवरण दिखाता है।
  • एक निवेशक जो IPO के लिए आवेदन करना चाहता है उसके पास एक डिमैट अकाउंट होना चाहिए।
  • आईपीओ के लिए आवेदन करने के लिए ट्रेडिंग अकाउंट होना जरूरी नहीं है।
  • डिमैट अकाउंट का उपयोग होल्ड किए हुए शेयर्स को संग्रहित करने के लिए होता है।
  • ट्रेडिंग अकाउंट आपके डिमैट अकाउंट और बैंक के बीच एक कड़ी का काम करता है।
  • आपके डिमैट अकाउंट में एक डिमैट नंबर होगा जिसका उपयोग आपके खाते की विशिष्ट रूप से पहचान करने के लिए किया जा सकता है।
  • ट्रेडिंग अकाउंट को एक विशिष्ट ट्रेडिंग नंबर होगा जिसका उपयोग व्यापार करने के लिए किया जा सकता है।

डिमैट और ट्रेडिंग अकाउंट कौन से स्टॉक ब्रोकर से खोलें ?

डिमैट और ट्रेडिंग अकाउंट एक अच्छे स्टॉक ब्रोकर से खोलना बहुत जरूरी है। एक अच्छी सेवा देने वाले स्टॉक ब्रोकर के साथ डिमैट अकाउंट खोलना जरूरी है। नीचे दिए हुए लिंक से आप अपना डिमैट अकाउंट और ट्रेडिंग अकाउंट भारत के टॉप स्टॉक ब्रोकर से खोल सकते हैं।

निष्कर्ष – Conclusion

आज के इस महत्वपूर्ण लेख में हमने पढ़ा की डिमैट और ट्रेडिंग अकाउंट कैसे खोलें ? शेयर मार्केट में अपना पहला कदम रखने के लिए आपको डिमैट अकाउंट की जरूरत पड़ती है, यह हमने समझा शेयर मार्केट में आपको ट्रेडिंग करने के लिए ट्रेडिंग अकाउंट और इन्वेस्टिंग करने के लिए डिमैट अकाउंट की जरूरत पड़ती है। इसी तरह से हमने ट्रेडिंग और डिमैट अकाउंट के बीच के भेद को समझा। आज के इस Article को पढ़ने के लिए आप सभी का हृदय पूर्वक धन्यवाद.

डिमैट अकाउंट क्या है ?

डिमैट अकाउंट वह अकाउंट होता है, जहां हमने खरीदकर होल्ड किए हुए शेयर्स को इलेक्ट्रॉनिक फॉर्म में संग्रहित किया जाता है।

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