Stock Market में ट्रेडिंग कितने प्रकार की होती है?

Traders Diary: इन 20 Stocks से मिलेगा बढ़िया मुनाफा ! आज की ट्रेडिंग के लिए तैयार करें लिस्ट
शेयर बाजार की इंट्राडे ट्रेडिंग में रोज की तरह आज भी कुछ शेयर खबरों या किसी नए सेंटीमेंट के चलते जोरदार तेजी दिखा सकते हैं. ज़ी बिज़नेस के रिसर्च टीम से कुशल गुप्ता और आशीष चतुर्वेदी ने Traders Diary प्रोग्राम पर निवेशकों के लिए कुछ एक्शन वाले स्टॉक्स चुनें हैं.
शेयर बाजार क्या है | Share Market Basics In Hindi, Types Of Share Market
इस पोस्ट में हम Share Market याने शेयर बाजार की जानकारी जानेंगे, जैसे की, What is share market, Share market basics in hindi, शेयर बाजार क्या है, शेयर बाजार कितने प्रकार के होते है, Types of share market और शेयर मार्केट में पैसा कब और कैसे invest करना चाहिए, Stock market in hindi, इत्यादि।
उद्योग या व्यवसाय चलाने के लिए जो कैपिटल होना जरूरी है, वह उन्हें शेयर बाजार से मिलता है। यह शेयर बाजार किसी भी विकसित देश की अर्थव्यवस्था का महत्वपूर्ण हिस्सा होता है। तो दोस्तों निचे हम Share Market, शेयर बाजार के बारे में महत्वपूर्ण जानकारी जानेंगे।
Table of Contents
शेयर बाजार क्या है – What Is Share Market In Hindi?
Share Market में शेयर को ख़रीदा और बेचा जाता है। Share का मतलब “हिस्सा” या “भाग” होता है, परन्तु शेयर बाजार की भाषा में बात करे तो Share का अर्थ होता है कंपनियों का हिस्सा लेना, Stock Market में ट्रेडिंग कितने प्रकार की होती है? किसी कंपनी का शेयर खरीदना याने उस कंपनी का हिस्सेदार या भागीदार बन जाना।
शेयर मार्केट को स्टॉक मार्केट भी कहा जाता है, इसके माध्यम से आम आदमी भी छोटे-बड़े उद्योग या व्यवसाय मे अपनी भागीदारी कर सकता है। लेकिन किसी को Share Market बहुत फायदा हो जाता है या फिर किसी को उसकी बहुत बड़ी कीमत भी चुकानी पडती है यानि नुकसान भी हो जाता है।
Share Market में किसी को शेयर की कीमत में मांग और आपूर्ति के सिद्धांत की वजह से उतार-चढ़ाव आ जाता है। शेयर को खरीदने के लिए अगर ज्यादा व्यक्ति रहे तो शेयर की कीमत बढ़ जाती है और जब शेयर को बेचने वाले की संख्या ज्यादा हो तो कीमत घटती जाती है।
Stock Market, Share Market For Beginners In Hindi
शेयर मार्केट याने Stock market यह एक ऐसी जगह है जहा पर शेयर को ख़रीदा जा सकता है और बेचा जा सकता है, यहा पर बहुत से लोग पैसे कमाकर अपना फायदा भी कर लेते है और कुछ लोगो को पैसे गवाना भी पड़ता है, इसलिए यहाँ पर सोच-समझ कर ही फैसला लेना चाहिए।
BSE (Bombay Stock Exchange) और NSE (National Stock Exchange) यह भारत में मुख्य रूप से दो Stock Exchange है, जहा पर लोग शेयर खरीदते है और बेचते है।
Stock/Share की खरीदी- बिक्री करने के लिए शेयर ब्रोकर्स यानी शेयर दलाल की जरूरत पडती है, शेयर ब्रोकर्स किसी व्यक्ति या कंपनी को शेयर खरीदी और बिक्री करने का काम करता है और वह उसका कमीशन Stock Market में ट्रेडिंग कितने प्रकार की होती है? लेता है।
स्टॉक एक्सचेंज, ब्रोकर और निवेशक यह शेयर बाजार की तीन कडियाँ है। शेयर बाजार में ब्रोकर स्टॉक एक्सचेंज के सदस्य होते है और सिर्फ वो ही स्टॉक एक्सचेंज में ट्रेडिंग कर सकते हैं। शेयर ब्रोकर्स याने शेयर दलाल की मदद से शेयर को ख़रीदा या बेचा जाता है। ग्राहक हो या कंपनी वह खुद शेयर खरीद या बेच नही सकते, इसलिए शेयर बाजार में हिस्सा लेना है तो शेयर दलाल की बहुत जरूरत होती है।
शेयर मार्केट के प्रकार – Types Of Share Market In Hindi
शेयर मार्केट के मुख्यतः Primary Share Market और Secondary Share Market यह दो प्रकार होते है, इसका सविस्तर विश्लेषण नीचे दिया गया है:
Primary Share Market – प्राथमिक शेयर मार्केट
Primary Share Market यह शेयर मार्केट का पहला प्रकार है। सबसे पहले कंपनी अपने शेयर्स की स्टॉक एक्सचेंज में लिस्टिंग करवाकर अपने शेयर को बेचती है, पर इसके लिए उन्हें पहले IPO (Initial Public Offering) लाना पड़ता है।
इसमे IPO लाने के बाद तय किये गये मूल्य पर अपने शेयर पब्लिक को ख़रीदने के लिए उपलब्ध किये जाते है। कंपनियां प्राथमिक बाजार के माध्यम से निवेशकों तक पहुँचने के लिए स्टॉक एक्सचेंज जैसे BSE, NSE और ब्रोकर की मदद लेते हैं।
किसी कंपनी को IPO (Initial Public Stock Market में ट्रेडिंग कितने प्रकार की होती है? Offering) के लिए जाना है, तो उस समय उसको पूरी जानकारी देनी होती है जैसे की, Promoters, Financials, Businesses, अपने शेयर या स्टॉक और उनकी कीमत आदि।
Secondary Share Market – द्वितीयक शेयर मार्केट
जब शेयर मार्केट में पैसा इन्वेस्ट करने की बात आती है, तो हम Secondary Share Market की ही बात करते है, क्योकि इन द्वितीयक शेयर मार्केट में ही हम पैसा लगाते है। इस प्रकार के मार्केट में पहले से ही लिस्टेड कंपनी के शेयर की खरेदी बिक्री होती है।
द्वितीयक शेयर बाजार में एक स्टॉक या शेयर की कीमत देख कर उसे ख़रीदा या बेचा जाता है, लेकिन उसके फायदे या नुकसान के साथ उस शेयर की ख़रीदा या बिक्री होती है। इसमे भी ब्रोकर या दलाल की मदद से ही खरेदी-बिक्री होती है। अगर किसी निवेशक गुंतवणूकदार को शेयर बाजार से बाहर निकलना है. तो वह अपना शेयर किसी ओर को बेचकर शेयर मार्केट से बाहर निकल सकता है ऐसा भी इस प्रकार के मार्केट में होता है।
शेयर बाजार में इन्वेस्टमेंट कैसे करें – How To Invest In Share Market
How to Money Invest in Share Market: शेयर मार्केट में हम पैसा इन्वेस्ट तो करना चाहते है, पर इन्वेस्ट करने से पहले ही हमारे सामने बहुत से सवाल खड़े हो जाते हैं जैसा कि, हमे कहां निवेश याने Invest करना चाहिए और कैसे करना है या Invest करने पर हमारे साथ कोई धोखा तो नहीं होगा। इन सब बातो का ख्याल रखकर ही शेयर बाजार में हम आसानी से निवेश कर सकते हैं।
1. Share Market में आने के लिए आपको स्टॉक ब्रोकर, शेयर्स को होल्ड करने के लिए Demat Account और शेयर्स को रोज खरीदने और बेचने के लिए ट्रेडिंग अकाउंट की जरूरत होती है। तो सबसे पहले इन जरूरतों को पूरा करने के लिए आपको स्टॉक ब्रोकर ऐसा चुनना चाहिए, जो कम से कम कमीशन ले और आपको अच्छी सेवा भी प्रदान करे।
2. शेयर बाजार को एक बिज़नेस की तरह समझना चाहिए और आपको उसी कंपनी का शेयर ख़रीदना है, जिसका बिज़नेस अच्छा हो और आपको समझ में आये।
3. शेयर बाजार में इन्वेस्ट करने से पहले आपको अपनी आर्थिक स्तिथि को भी समझ लेना चाहिए, जैसे की अपनी financial situation क्या है, कमाई और रिक्स लेने की क्षमता, इत्यादी। सिर्फ पैसे लगाना ही सबकुछ नही होता है बल्कि आपको पहले अपनी financial plan के बारे में भी सोचना पड़ता है।
4. Share Market याने Stock market की सबसे महत्वपूर्ण बात यह है की, आपको शेयर बाजार के बारे में पूरी और सही जानकारी होना बहुत जरूरी है। आपको कोई भी फैसला जल्दबाजी में नही लेना चाहिए वरना आपको इसकी बहुत बडी कीमत चुकानी पड़ सकती है।
5. शेयर मार्केट में किसी को भी कोई शेयर खरीदना और बेचना है तो उसके लिए हमेशा एक स्टॉक ब्रोकर या शेयर दलाल की जरूरत होती है। जब आप शेयर बाजार में निवेश या Invest करने के लिए स्टॉक ब्रोकर की मदद लेते है, तो सबसे पहले आपको उनके पास से दो अकाउंट खोलने पड़ते है Demat Account और Trading Account, यह अकाउंट खोलने के बाद आप आसानी से कोई भी शेयर की खरेदी-बिक्री कर सकते है।
6. जब कभी भी आपको शेयर बाजार में Invest या निवेश करना है, तो सबसे पहले उस कंपनियों की हालातों के बारे में सब बाते जानना बहुत जरूरी है।
7. शेयर बाजार में शेयर विकास का दर कम हो या महँगाई दर ज्यादा हो, तो उस वक्त बड़ी कंपनियों पर नजर रखें, क्योंकि ऐसी स्थिति में छोटी कंपनियों के मुकाबले में बड़ी कंपनियों के शेयर अच्छी स्थिति में होते हैं।
तो दोस्तों आशा करते है की आपको What is share market, Share market basics in hindi, शेयर बाजार क्या है, शेयर बाजार कितने प्रकार के होते है, Types of share market और शेयर मार्केट में पैसा कब और कैसे invest करना चाहिए, Stock market in hindi, इत्यादि की सही जानकारी मिली होंगी। यदि आपको हमारी यह पोस्ट अच्छी लगी तो हमें comments करके बताये और अपने दोस्तों में जरुर शेअर करे।
Stock Market
ट्रेडिंग अकाउंट क्या होता है ? ट्रेडिंग अकाउंट कैसे खोला जाता है?
ट्रेडिंग अकाउंट का आशय एक ऐसे अकाउंट से है, जिसके माध्यम से निवेशक शेयर मार्केट में शेयर खरीदनें और बेचने के ऑर्डर स्टॉक एक्सचेंज पर भेजनें में सक्षम होते है | जब निवेशक दारा शेयर मार्केट में ट्रेडिंग की जाती है, तो उस दौरान धन जमा करनें और निकालने का कार्य बैंक अकाउंट के माध्यम … Read more
डीमैट अकाउंट (Demat Account) क्या होता है ? Demat Account कैसे खोले ?
हमारे देश में ऐसे बहुत से लोग है, जो बहुत ही कम समय में अधिक से अधिक धन अर्जित करना चाहते है | इसके लिए वह शेयर मार्केट में निवेश करते है, हालाँकि शेयर मार्केट में रिस्क काफी अधिक होता है | इसके बावजूद शेयर मार्किट में निवेश करनें वाले लोगो की संख्या में दिन-प्रतिदिन … Read more
शेयर मार्किट या शेयर बाज़ार क्या है ? Stock OR Share Market Explained in Hindi
शेयर मार्केट के लेकर आम लोगो में यह धारणा होती है, कि यहाँ पर जितनें भी लोग पैसा इन्वेस्ट करते है, उनमें से ज्यादातर लोगो का पैसा डूब जाता है | जबकि ऐसा बिल्कुल भी नही है, यदि आपको शेयर मार्केट के बारे में अच्छी जानकारी है और आप इसमें अपना पैसा सोच समझकर पूरी … Read more
शेयर मार्केट से पैसे कैसे कमाए ? Share Market में पैसा कैसे लगाए | Invest in Stock Market [Hindi]
प्रत्येक व्यक्ति के अपने कुछ सपने होते है और इन्हें पूरा करनें के लिए वह दिन-रात अधिक से अधिक से पैसा कमानें के बारें में सोंचते रहते है | वह सोंचते है, कि उन्हें कोई ऐसा रास्ता मिल जाए कि बहुत ही कम समय में धनवान बन जाये | हालाँकि धनवान बननें के ऐसे कई … Read more
एसआईपी (SIP) क्या है | SIP में इन्वेस्ट कैसे करे, और लाभ | सिप में रिटर्न | SIP Full Form in Hindi
वर्तमान समय में लोग स्टॉक मार्केट में पैसा लगाकर मालामाल हो रहे Stock Market में ट्रेडिंग कितने प्रकार की होती है? है | शेयर मार्केट में पैसे लगाने वाले लोगो को काफी अच्छा रिटर्न प्राप्त हो रहा है, जिस वजह से अब वह लोग भी इस मार्केट में निवेश करने लगे है, जो कभी शेयर मार्केट के नाम से भी दूर भागते थे | … Read more
आईपीओ (IPO) क्या होता है ? किसी भी कंपनी का IPO कैसे ख़रीदे – नियम व प्रक्रिया
किसी भी क्षेत्र में पैसा कमानें के लिए सबसे पहले हमें उसमें पैसा इन्वेस्ट करना होता है | आप किसी भी तरह का व्यवसाय शुरू करते है, तो उसमें पहले आपको पूँजी लगानी होती है | उसके बाद ही हम उससे पैसा प्राप्त करते है | वर्तमान समय में शेयर मार्केट में पैसा इन्वेस्ट करने … Read more
पेट्रोल पंप कैसे खोले ? पेट्रोल पंप खोलने के लिए कितनी जमीन, पैसा चाहिए [आवेदन प्रक्रिया]
पेट्रोल पंप का व्यवसाय वैश्विक स्तर पर अधिक लाभ कमाने वाले प्रमुख व्यवसायों में से एक है | इसके पीछे का मुख्य कारण परिवहन और लॉजिस्टिक्स क्षेत्रों में पेट्रोल पंप की बढ़ती मांग है | यह एक ऐसा व्यवसाय है, जो सप्ताह के प्रत्येक 7 दिन और दिन के 24 घंटे चलता रहता है | … Read more
सेबी क्या है | कार्य | स्थापना | अधिकार | उद्देश्य | SEBI Full Form in Hindi
वर्तमान में दुनिया में 16 स्टॉक एक्सचेंज हैं, जिनका बाजार पूंजीकरण 1 ट्रिलियन अमेरिकी डॉलर से अधिक है। जबकि न्यूयॉर्क स्टॉक एक्सचेंज (NYSE) पैरामीटर मार्केट कैपिटलाइज़ेशन के आधार पर दुनिया में पहले स्थान पर है | भारतीय पूंजी बाजार भी दुनिया के सबसे बड़े पूंजी बाजारों में से एक है। सेंसेक्स (Stock Exchange Sensitive Index) … Read more
डिविडेंड (Dividend) क्या होता है ? डिविडेंड या लाभांश कितने प्रकार के होते हैं ?
आपने कई बार लोगो को आपस में बातें करते सुना होगा, कि मैंने उस अमुख कम्पनी के शेयर ख़रीदे थे और अब उस कम्पनी के शेयर काफी महंगे हो चुके है अर्थात वह कम्पनी इस समय अच्छा लाभ कमा रही है | ऐसे में कम्पनी नें बदले में मुझे इतना डिविडेंड (Dividend) अर्थात लाभांश दिया … Read more
Stock Market Charges क्या हैं – SEBI Charges क्या हैं?
क्या आप जानते हैं शेयर बाजार में प्रतिदिन होने वाले Treading में कितने चार्ज लगते हैं Stock Market Charges क्या होते हैं क्या आपने कभी खुद से सवाल किया कि आपकी लागत क्या है और आपको कितना प्रतिशत रिटर्न मिल रहा है!
जिस तरह लोग Stock Market में Invest अर्थात निवेश करते जा रहे है! अधिकतर लोग शेयर बाजार में Turnover के अलावा किसी और चीज पर ध्यान नहीं देते हैं। हमें यह समझना बहुत जरूरी है!
जो लोग Intraday Trading करते हैं! वो अक्सर मुनाफे के चक्कर में, Contract Note या Bill को कम ही देखते हैं! किसी दिन मुनाफा ज्यादा हो गया तब ही शायद देखते हों!
Stock Market Charges kya hai / ब्रोकरेज चार्जेज क्या होते हैं
अक्सर हम सिर्फ ट्रेडिंग लागत पर ही ध्यान देते हैं लेकिन भुगतान करते वक्त हम ध्यान Stock Market में ट्रेडिंग कितने प्रकार की होती है? नहीं देते!अगर आप भी शेयर की Intraday Trading करते हों तो आप भी शायद इस पर कम ही ध्यान देते होंगे! जिस दिन शेयर बाजार में घाटा हुआ उस दिन तो देखते ही नहीं होंगे!
बहुत सारे ब्रोकरेज फर्म जीरो प्रतिशत चार्ज का बताते हैं लेकिन ऐसा नहीं होता है! हमें चार्ज के बारे में नहीं बताया जाता! ये charges होते कम हैं लेकिन जब हमारी बेची या खरीदी गई राशि में कम होकर आते हैं तो बहुत बुरा लगता है!
आज हम आपको शेयर Broker farm के Brokerage व अन्य चार्ज के बारे में जानकारी देने वाले हैं जिससे आप एक अच्छा Broker चुन सकते हैं!
तो आईये आज हम इस ब्लॉग के माध्यम से जानते हैं, Stock Market में charges क्या होते हैं Stock Market Brokerage Charges kya hote hai ब्रोकरेज चार्जेज क्या होते हैं ये कितने प्रकार के होते हैं Types of Stock Market Brokerage Charges in Hindi आप इन्हें शेयर बाजार में लगने वाले Hidden charges भी कह सकते हैं या छुपे हुए चार्जेज!
ब्रोकरेज चार्जेज क्या होते हैं – Stock Market Charges kya hote Hai in Hindi
हमारे Stock Market में जिस तरह दिनों दिन मोल भाव, खरीददारी बढ़ती जा रही है! वैसे – वैसे दलालों का भी मुनाफा बढ़ता जा रहा है। शेयर बाजार को चलाने के लिए कुछ नियम या कुछ System बने होते हैं। इन नियमों को चलाने वालों को भी पैसा चाहिए! इसलिये खरीद व बेचने पर extra charges लगाये जाते हैं!
शेयर बाजार में हम इसे भी एक तरह का Stock Market Exchange ही कह सकते हैं! आप इन्हें छुपे हुए चार्ज भी कह सकते हैं। ये Charges क्या होते हैं आइये जानते हैं!
स्टॉक मार्केट चार्जेज – Types of Stock Market Charges in Hindi
Stock Market में खरीददारी के लिए आप अच्छे Broker को चुनते हैं! आप अक्सर सोचते होंगे शेयर पर कमीशन लेंगे लेकिन कितना मालूम नहीं! Broker हमें सुविधा तो देते हैं बदले में वो charges भी लगाते हैं।जो charges शेयर की खरीद और बिक्री पर लगता है उसे Brokerage (दलाली) कहते हैं!
अलग अलग Brokerage services के नियम अलग होते हैं! जो Full service Broker होते हैं वो अक्सर ज्यादा Charges लेते हैं! यह turnover के हिसाब से लगाया जाता है।
Discount Brokers अक्सर कम चार्ज करते हैं! जैसे Zerodha, Angel यह Discount Brokers हैं! यह प्रति ऑर्डर पर चार्ज लेते हैं। जो Turnover का लगभग 0.01% होता है!
उदाहरण के तौर पर
अगर आपने 100 शेयर 190 के दाम पर खरीदे हैं! उसी दिन आपने 200 के दाम पर शेयर बेच दिये तो, 100 * 200 = 19000 तो यहाँ पर 19000 का 0.01% यानि 1.9 रूपये Brokerage charges होगा!
यह खरीदने Stock Market में ट्रेडिंग कितने प्रकार की होती है? और बेचने दोनों ऑर्डर पर होगा। यहाँ पर दो ऑर्डर के 3.8% Brokerage चार्जेज लगेगा! ज्यादा शेयर पर यह ज्यादा लगेगा!
सिकियॉरिटी ट्रांजक्शन टैक्स क्या है – Security Transaction Tax in Stock Market
सरकार द्वारा यह टैक्स किसी, Stock Exchange पर Security Transaction पर लिया जाता है! जिसमें शेयर की Security भी शामिल होती है!
सबसे खास बात यह है कि यह सिर्फ बेचने में ही लगता है! यह खरीदने पर नहीं लगाया जाता है! Intraday Trading के आर्डर बेचने पर यह 0.025% प्रतिशत लगता है!
उदाहरण के तौर पर – आपने 500 शेयर दिन खत्म होने से पहले ही 160 के दाम में बेच दिये! तो यहाँ पर STT होगा = 500×160= 85000 तो यहाँ पर आपको 85000 का 0.025% charges देना होगा यानि 21.25 रूपये!
अगर दूसरे दिन आप 180 में बेच देते हैं तो यहाँ पर STT होगा 500×180= 90000 का 0.025% यानि 22.5 रूपये! इस तरह से यह आपको प्रति ऑर्डर पर चार्ज लगेगा!
स्टॉक मार्केट में एक्सचेंज चार्जेज क्या हैं – Exchange Transaction Charges in Stock Market
आपको यह चार्ज NSE Stock Exchange और BSE Stock Exchange द्वारा लगाया जाता है! NSE द्वारा यह चार्ज Intraday या Delivery पर यह transaction का 0.00325% लगाया जाता है!
BSE द्वारा यह चार्ज Intraday या Delivery पर यह transaction का 0.003% लगाया जाता है! Futures पर यह चार्ज 0.0019% और Options पर यह 0.05% लगाया जाता है!
आइये अब जान लेते हैं मुख्यतः कितने Types के Stock Market Charges स्टॉक मार्किट मैं लगाए जाते हैं
जीएसटी चार्जेज – GST Charge
यह तो आप जानते ही होंगे GST का मतलब, Goods and Services Tax पर लगने वाला चार्ज होता है! यह भारत की सरकार ने शेयर मार्केट में 2017 में पूरी तरह से लागू किया था! शेयर के खरीदने या बेचने पर यह कुल transaction चार्ज का 18% लगता है!
जैसे माना कि intraday में brokerage चार्ज 30 रूपये और tax चार्ज 12 रूपये है! तो आपको यहाँ पर GST 30+12=42 रूपये का 18 % देना होगा! यह NSE Stock Exchange और BSE Stock Exchange दोनों में 18 % ही होता है!
डीपी चार्जेज – DP Charges
Depositing Participant charges – यह चार्ज ज्यादातर भारत के दो मुख्य संस्थान द्वारा लगाया जाता है, NSDL और CDSL. Brokers भी इसको डीमेट खाता का maintenance के बहाने लगाते हैं! CSDL में यह चार्ज 5.30 रूपये है।
लेकिन Brokers यहाँ Stock Market में ट्रेडिंग कितने प्रकार की होती है? DP चार्जेज में अपना चार्ज भी लगा देते हैं! यह एक बार ही लगता है। यह प्रति ऑर्डर पर लगता है! जो बढ़कर 15 से 20 रूपये तक हो सकता है!
सेबी चार्जेज – SEBI Charges in Stock Market
आप यहाँ पर यह समझिये, SEBI शेयर बाजार का एक तरह से मुख्य Regulator है! हर Transaction पर यह कुछ प्रतिशत ही लगता है! यह कुल टर्नओवर पर लगाया जाता है!
अक्सर यह शेयर बाजार में 0.0001% होता है! करीब 1 करोड़ पर यह 10 रूपये।एक लाख पर 1 रूपये का यह चार्ज होगा!
स्टैम्प चार्जेज – Stamp Charges in Stock Market
यह चार्ज जिस प्रदेश में शेयर की बिक्री या खरीद होती है! उस प्रदेश द्वारा यह चार्ज लगाया जाता है! यह दर अलग अलग हो सकती है। जैसे दिल्ली में यह दर 0.002% होता है! गुजरात में यह 0.01% होता है। यह कुल Transaction पर लगता है!
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निष्कर्ष –Conclusion
आज के इस ब्लॉग में हमने Stock Market Charges kya hote hai ब्रोकरेज चार्जेज क्या होते हैं! स्टॉक मार्केट में चार्जेज कितने प्रकार के होते हैं Types of Stock Market Charges in Hindi एवं महत्वपूर्ण जानकरियां देने की कोशिश की! इसमें हमने कुछ Hidden Charges यानि छुपे हुए चार्जेज के बारे में बताया!
स्टॉक मार्किट यह ध्यान रखने वाली बात है क्योंकि हमारा निवेश में लगी हुई पूंजी हमारी मेहनत की होती है। जिसको हमें ही संभालना है और सही निवेश पर लगाना है जिससे हम एक सफल निवेशक बन सकें!
हम आशा करते हैं आपको बहुत कुछ जानने को मिला! इस पोस्ट से संबधित कोई विचार और सुझाव हो तो कृपया निचे comment करके जरूर अवगत कराये! और यदि पोस्ट अच्छी लगे तो इस पोस्ट को अपने दोस्तों में अवश्य शेयर कीजिये!
इंट्राडे ट्रेडिंग क्या होता है ?
इंट्राडे ट्रेडिंग हम एक दिन में ही कर सकते है। इंट्राडे ट्रेडिंग में हमे एक दिन में ही लोस्स और प्रॉफिट हो जाता है। भारत में शेयर मार्केट मंडे से लेकर फ्राइडे तक सुबह 9 :15 से लेकर शाम के 3 :30 खुलता है। अगर आप इंट्राडे ट्रेडिंग करना चाहते है तो आप को इसी समय में शेयर को खरीदना और बेचना होगा। ज्यादातर निवेशक दो कारणों की बजह से इंट्राडे ट्रेडिंग करते है। पहला मार्जिन और दूसरा है न्यूज़।
मार्जिन क्या होता है
इंट्राडे में ब्रोकर अपने निवेशको को मार्जिन देते है। मार्जिन का मतलब है ब्रोकर अपने निवेशकों को निवेश करने के लिए पैसे उधार देते है। अगर आप के पास कम पैसे है और आप ज्यादा शेयर खरीदना चाहते है तो आप का ब्रोकर आप को मार्जिन देता है जिस से आप कोई भी कपनी के शेयर खरीद सकते है और जब आप के पास ज्यादा पैसे होंगे तो आप ज्यादा शेयर खरीद पाएंगे और अधिक लाभ कमा सकते है।
न्यूज का बहुत प्रभाव
जब भी कोई कंपनी की न्यूज आती है तो शेयर मार्किट में उस न्यूज का बहुत प्रभाव होता है शेयरों के प्राइस ऊपर निचे होने लग जाते है। जिस का निवेश फायदा उठा कर एक दिन में ही लाभ कमा लेते है। इन्ही दो करने की वजह से निवेशक इंट्राडे ट्रेडिंग करते है।
इंट्राडे ट्रेडिंग दो प्रकार की होती है।
- लॉन्ग इंट्राडे ट्रेडिंग
- शोर्ट इंट्राडे ट्रेडिंग
1.लॉन्ग इंट्राडे ट्रेडिंग
लॉन्ग इंट्राडे ट्रेडिंग हम को जब लगता है कि कोई कंपनी के शेयर का प्राइस बढ़ने वाला है तो हम अपने ब्रोकर से मार्जिन ले कर अपने ब्रोकर की प्लेटफार्म पर जा कर उस कंपनी के शेयर को खरीद कर इंट्राडे सिलेक्ट करेंगे जिस से हमारे ऑडर मार्जिन अप्लाई हो जायेगा। फिर हम उस में क्वांटिटी भर देंगे। इस से हमारा ऑडर अप्लाई हो जायेगा। आप इंट्राडे ट्रेडिंग कर रहे है तो आप को उसी दिन ही शेयर को बेचना होगा। चाहे उस में आप का प्रॉफिट हो जा फिर लोस्स।
2.शोर्ट इंट्राडे ट्रेडिंग
शोर्ट इंट्राडे ट्रेडिंग में जब हम को लगता है कि किसी कंपनी के शेयर का प्राइस गिरने वाला है तो इस में हमारा ब्रोकर में कुछ शेयर उधार पर देता है जिसे हम अपने ब्रोकर के प्लेटफर में जा कर उस कंपनी के शेयर को बेच देते है उस समय उस शेयर का प्राइस 100 रुपए है तो आप उसे बेच देते है उस शेयर का प्राइस 10 रुपए ज्यादा गिर जाये तो आप उस कंपनी के शेयर खरीद कर अपने ब्रोकर को वापिस कर देंगे जो आप ने उस से उधार लिए थे। इस में आप ने ज्यादा प्राइस पर शेयर को बेच कर उसे कम प्राइस में खरीद लिए इस से आप को हर एक शेयर पर 10 रुपए का प्रॉफिट हुआ।
अगर इस में शेयर का प्राइस 10 रुपए ऊपर जाता तो इस में आप को हर Stock Market में ट्रेडिंग कितने प्रकार की होती है? एक शेयर पर 10 रुपए का नुकसान होता।
इंट्राडे ट्रेडिंग पर हमे कोन से नुकसान होते है
ब्रोकरेज
इंट्राडे ट्रेडिंग में हमे चाहे प्रॉफिट हो चाहे हमारा नुकसान हो हमारा ब्रोकर हमारे हर एक ऑडर पर चार्ज लेता है। उस के पैसे हमारे ट्रेडिंग अकाउंट में से कट जाते है। इंट्राडे में हम उस दिन ही शेयर खरीदते है और उस दिन ही बेचते है जिस के कारण हमारा ब्रोकर हमारे हर एक ऑडर पर चार्ज लेता है।
एक दिन का ही समय मिलना
इंट्राडे ट्रेडिंग में हम ने जिस दिन शेयर खरीदते होते है हमे उसे उसी दिन ही बेचना होता है। इस लिए हमारे पास शेयर खरीदने या बेचने के लिए थोड़ा समय ही होता है। अगर इस में हमारा लोस्स हो रहा हो फिर भी हमे शेयर को उसी दिन ही खरीदना या बेचना होता है।
इंट्राडे ट्रेडिंग में हमे एक दिन में ही शेयर खरीदने और बेचने होते है जिस के कारण इस में बहुत ज्यादा रिस्क होता है। इंट्राडे ट्रेडिंग से हमे ज्यादा फायदा और ज्यादा नुकसान दोनों ही हो सकते है। इस लिए अगर आप इंट्राडे ट्रेडिंग करना चाहते है तो आप को इंट्राडे ट्रेडिंग को अच्छी तरह से समझना होगा और इंट्राडे ट्रेडिंग में होने के बारे में भी पता होना चाहिए। तभी आप ट्रेडिंग में सफल हो सकते है।
आज हम ने इस आर्टिकल में जाना कि इंट्राडे ट्रेडिंग क्या होती है ,मार्जिन क्या होता है ,इंट्राडे ट्रेडिंग कितने प्रकार की होती है और इंट्राडे ट्रेडिंग से हमे क्या क्या नुकसान हो सकते है। मुझे उम्मीद है कि मेरे इस आर्टिकल से आप को इंट्राडे ट्रेडिंग के बारे में अच्छी तरह से समझ आ गया होगा। अगर आप को हमारा आर्टिकल पसंद आया है तो कमेंट करके जरूर बताए।