क्या स्टॉक मार्केट में जोखिम है?

अगर आप चाहें तो इसके लिए सिस्टमेटिक इन्वेस्टमेंट प्लान (सिप) का रास्ता चुन सकते हैं. इसमें आपको एक निश्चित अंतराल पर निवेश करना होता है. निवेश के इस विकल्प में जोखिम कम होता है और आपको रिटर्न भी अच्छा मिलता है.
Stock Market Tips: ये हैं वो 5 अहम जानकारी जो Share Market में आपके निवेश पर दिलाएगा बंपर रिटर्न
Written By: Alok Kumar @alocksone
Updated on: July 18, 2022 14:31 IST
Photo:INDIA TV Money क्या स्टॉक मार्केट में जोखिम है? Tips: Share Market
Money Tips: Share Market को पैसे बनाने का काफी अच्छा रास्ता माना जाता है। इस चक्कर में बहुत सारे लोग शेयर मार्केट में पैसा लगाते भी हैं और नुकसान करा बैठते हैं। शेयर मार्केट में नुकसान की सबसे बड़ी वजह होती है कि सही जानकारी का अभाव। जब कभी आप बाजार में निवेश करना शुरू करें तो कुछ बातों का गांठ बांध लें। ये न सिर्फ आपको मार्केट के जोखिम से बचाएगा बल्कि किए निवेश पर अच्छा क्या स्टॉक मार्केट में जोखिम है? रिटर्न दिलाने का भी काम करेगा। तो आइए जानते हैं बाजार में पैसे निवेश करने से पहले किन 5 बातों का ध्यान रखना चाहिए-
2. इस तरह करें सही शेयर का चुनाव
शेयर बाजार में निवेश शुरू करने के लिए बड़ी रकम की जरूरत नहीं होती है। आप थोड़ी-थोड़ी रकम से बाजार में निवेश की शुरुआत कर सकते हैं। अगर आप नए निवेश हैं तो केवल अच्छी कंपनी के शेयर में ही निवेश करें। कभी भी penny stocks में पैसा लगाने से बचें। कई निवेशकों को लगता है कि पेनी स्टॉक में पैसा लगाकर कम समय में मोटा मुनाफा कमाया जा सकता है, लेकिन वो बड़ा नुकसान कर बैठते हैं। जब क्या स्टॉक मार्केट में जोखिम है? आप शेयर बाजार अच्छी तरह समझने लगें तो ही जोखिम उठा सकते हैं।
शेयर बाजार में उतार-चढ़ाव आना आम बात है। ऐसे में संभव है कि आपने जिस शेयर में निवेश किया है वह टूटकर नीचे आ जाए या तेजी आने पर मुनाफा देने लगे। अगर आप पैसा बनाना चाहते हैं तो कभी भी शेयर को जल्दबाजी में बेचे नहीं। शेयर के दाम बढ़ने से पहले खरीदना और गिरने से पहले तुरंत बेचने का फैसला नुकसान करा सकता है। अधिकांश निवेशक यह मानते हैं कि ट्राइंग टू टाइम इन मार्केट सही स्ट्रैटजी नहीं है। ऐसा इसलिए क्योंकि किसी भी स्टॉक में सटीक टॉप और बॉटम का अंदाजा लगाना मुमकिन नहीं है।
4. यह गलती कभी भी न करें
कभी भी सोशल मीडिया पर दिए गए टिप्स के आधार पर किसी शेयर में निवेश नहीं करें। आप उन कंपनियों के शेयर पर फोकस रहें जिसमें आपने पूरी रिसर्च और भरोसे के साथ निवेश किया है। सुनी-सुनाई बातें अक्सर नुकसान करा देती है। अगर आपने सिर्फ stock के प्रदर्शन को देखकर जल्दी पैसा कमाने के चक्कर में कहीं इनवेस्ट किया है तो तुरंत अपने निवेश की समीक्षा करें।
अगर आप निवेशक हैं तो हमेशा किसी शेयर में निवेश लंबी अवधि के लिए करें। यह आपके निवेश पर जोखिम को कम क्या स्टॉक मार्केट में जोखिम है? करेगा और मोटा मुनाफा भी देगा। लंबी अविध वाले निवेश ही बाजार में उतार-चढ़ाव के दौरान भी स्टॉक मार्केट में से सबसे अधिक लाभ कमाते हैं।
जिस ट्रेडिंग कंपनी के जरिए शेयर बाजार में पैसा लगा रहे, वही बंद हो गई तो क्या होगा? जानिए आपका पैसा डूबेगा या बचा रहेगा
अब आम आदमी भी शेयर बाजार में निवेश कर ज्यादा रिटर्न पाने में रुचि दिखा रहा है. यही कारण है कि बीते एक साल में रिकॉर्ड संख्या में डीमैट अकाउंट खोले गए हैं. पिछले महीने तक के आंकड़ों के अनुसार देशभर में करीब 6.9 करोड़ डीमैट अकांउट्स हैं. हालांकि, दूसरे देशों के मुकाबले आबादी के लिहाज से यह अनुपात अभी भी बहुत कम है. भारतीय शेयर बाजार में सबसे ज्यादा पैसा महाराष्ट्र, गुजरात और उत्तर प्रदेश के लोग लगाते हैं. लक्षद्वीप, अंडमान एवं निकोबार से लेकर मिज़ोरम तक के लोग शेयर बाजार से अच्छी कमाई कर रहे हैं.
ब्रोकरेज कंपनी बंद होने पर आपके निवेश का क्या होगा?
आप यह जानकार राहत की सांस ले सकते हैं कि स्टॉक ब्रोकिंग कंपनी के डिफॉल्ट क्या स्टॉक मार्केट में जोखिम है? करने या बंद होने के बाद भी आपकी पूंजी या फंड पूरी तरह से सुरक्षित रहेगा. ऐसा नहीं होगा कि स्टॉक ब्रोकर आपकी पूंजी लेकर भाग जाए. उदाहरण के तौर पर देखें तो जब हर्षद मेहता स्कैम सामने आया था, तब उनकी ब्रोकिंग कंपनी ग्रो मोर रिसर्च एंड एसेट मैनेजमेंट को सेबी ने बैन कर दिया था. लेकिन इस कंपनी के जरिए शेयर बाजार में पैसा लगाने वाले लोगों को कोई नुकसान नहीं हुआ.
आपको सबसे पहले यह समझने की जरूरत कि ये स्टॉक ब्रोकिंग कंपनियां महज एक बिचौलिए के तौर पर काम करती हैं. आपके क्या स्टॉक मार्केट में जोखिम है? क्या स्टॉक मार्केट में जोखिम है? फंड पर इनकी पहुंच सीधे तौर पर नहीं होती है ताकि वे आपकी पूंजी पर अपना हम जमा सकें. लेकिन इनके पास पड़ी अपनी फंड या पूंजी को इस्तेमाल करने के लिए आप इन्हें निर्देश दे सकते हैं.
स्टॉक्स और शेयरों का क्या होगा?
आपका फंड डीमैट अकाउंट में जमा होता है. ये डीमैट अकाउंट डिपॉजिटरीज के पास खुलात है. सेबी ने दो डिपॉजिटरीज – नेशनल सिक्योरिटीज डिपॉजिटरीज लिमिटेड (NSDL) और सेंट्रल डिपॉजिटरी सर्विसेज (इंडिया) लिमिटेड (CDSL) को मंजूरी दी है. भारत सरकार के वित्त मंत्रालय के प्रति सेबी की जवाबदेही होती है.
किसी भी समय पर एक निवेशक का स्टॉक या शेयर ब्रोकरेज फर्म्स के पास नहीं होता क्या स्टॉक मार्केट में जोखिम है? है. वे बस एक प्लेटफॉर्म के तौर पर काम करते हैं. इनका काम बस आपके निर्देश के हिसाब से आपकी जगह ट्रेड करना है. बदले में ये आपसे फीस वसूलते हैं.
इसी प्रकार आपका म्यूचुअल फंड इन्वेस्टमेंट एसेट मैनेजमेंट कंपनी (AMC) के पास होता है. ऐसे में अगर ब्रोकरेज फर्म बंद भी हो जाता है तो आपका म्यूचुअल फंड सुरक्षित रहेगा.
शेयर बाजार से कमाई करना चाहते हैं तो जान लें ये 6 बातें
यह ध्यान रखें कि इक्विटी ट्रेडिंग आसान काम नहीं है. आप समय के साथ ही निवेश की बारीकियां सीख सकेंगे. आप पहली बार स्टॉक मार्केट में निवेश कर रहे हैं तो इन छह बातों का ध्यान रखने से आपको काफी मदद मिल सकती है:
1. बचत की रकम को शेयरों में ना लगायें
शेयर बाजार में निवेश में जोखिम होता है. अगर आपने निवेश के लिए कंपनी चुनने में गलती की तो आपका पैसा डूब भी सकता है.
एक्सपर्ट यह सलाह देते हैं कि शेयर बाजार में निवेश तभी करें जब आपके पास बचत के अलावा भी रकम हो. इस स्थिति में अगर आपको कोई भी नुकसान होगा तो आप उसे झेल सकेंगे.
शेयर बाजार से क्या स्टॉक मार्केट में जोखिम है? कमाई करना चाहते हैं तो जान लें ये 6 बातें
यह ध्यान रखें कि इक्विटी ट्रेडिंग आसान काम नहीं है. आप समय के साथ ही निवेश की बारीकियां सीख सकेंगे. आप पहली बार स्टॉक मार्केट में निवेश कर रहे हैं तो इन छह बातों का ध्यान रखने से आपको काफी मदद मिल सकती है:
1. बचत की रकम को शेयरों में ना लगायें
शेयर बाजार में निवेश में जोखिम होता है. अगर आपने निवेश के लिए कंपनी चुनने में गलती की तो आपका पैसा डूब भी सकता है.
एक्सपर्ट यह सलाह देते हैं कि शेयर बाजार में निवेश तभी करें जब आपके पास बचत के अलावा भी रकम हो. इस स्थिति में अगर आपको कोई भी नुकसान होगा तो आप उसे झेल सकेंगे.
जिस ट्रेडिंग कंपनी के जरिए शेयर बाजार में पैसा लगा रहे, वही बंद हो गई तो क्या होगा? जानिए आपका पैसा डूबेगा या बचा रहेगा
अब आम आदमी भी शेयर बाजार में निवेश कर ज्यादा रिटर्न पाने में रुचि दिखा रहा है. यही कारण है कि बीते एक साल में रिकॉर्ड संख्या में डीमैट अकाउंट खोले गए हैं. पिछले महीने तक के आंकड़ों के अनुसार देशभर में करीब 6.9 करोड़ डीमैट अकांउट्स हैं. हालांकि, दूसरे देशों के मुकाबले आबादी के लिहाज से यह क्या स्टॉक मार्केट में जोखिम है? अनुपात अभी भी बहुत कम है. भारतीय शेयर बाजार में सबसे ज्यादा पैसा महाराष्ट्र, गुजरात और उत्तर प्रदेश के लोग लगाते हैं. लक्षद्वीप, अंडमान एवं निकोबार से लेकर मिज़ोरम तक के लोग शेयर बाजार से अच्छी कमाई कर रहे हैं.
ब्रोकरेज कंपनी बंद होने पर आपके निवेश का क्या होगा?
आप यह जानकार राहत की सांस ले सकते हैं कि स्टॉक ब्रोकिंग कंपनी के डिफॉल्ट करने या बंद होने के बाद भी आपकी पूंजी या फंड पूरी तरह से क्या स्टॉक मार्केट में जोखिम है? सुरक्षित रहेगा. ऐसा नहीं होगा कि स्टॉक ब्रोकर आपकी पूंजी लेकर भाग जाए. उदाहरण के तौर पर देखें तो जब हर्षद मेहता स्कैम सामने आया था, तब उनकी ब्रोकिंग कंपनी ग्रो मोर रिसर्च एंड एसेट मैनेजमेंट को सेबी ने बैन कर दिया था. लेकिन इस कंपनी के जरिए शेयर बाजार में पैसा लगाने वाले लोगों को कोई नुकसान नहीं हुआ.
आपको सबसे पहले यह समझने की जरूरत कि ये स्टॉक ब्रोकिंग कंपनियां महज एक बिचौलिए के तौर पर काम करती हैं. आपके फंड पर इनकी पहुंच सीधे तौर पर नहीं होती है ताकि वे आपकी पूंजी पर अपना हम जमा सकें. लेकिन इनके पास पड़ी अपनी फंड या पूंजी को इस्तेमाल करने के लिए आप इन्हें निर्देश दे सकते हैं.
स्टॉक्स और शेयरों का क्या होगा?
आपका फंड डीमैट अकाउंट में जमा होता है. ये डीमैट अकाउंट डिपॉजिटरीज के पास खुलात है. सेबी ने दो डिपॉजिटरीज – नेशनल सिक्योरिटीज डिपॉजिटरीज लिमिटेड (NSDL) और सेंट्रल डिपॉजिटरी सर्विसेज (इंडिया) लिमिटेड (CDSL) को मंजूरी दी है. भारत सरकार के वित्त मंत्रालय के प्रति सेबी की जवाबदेही होती है.
किसी भी समय पर एक निवेशक का स्टॉक या शेयर ब्रोकरेज फर्म्स के पास नहीं होता है. वे बस एक प्लेटफॉर्म के तौर पर काम करते हैं. इनका काम बस आपके निर्देश के हिसाब से आपकी जगह ट्रेड करना है. बदले में ये आपसे फीस वसूलते हैं.
इसी प्रकार आपका म्यूचुअल फंड इन्वेस्टमेंट एसेट मैनेजमेंट कंपनी (AMC) के पास होता है. ऐसे में अगर ब्रोकरेज फर्म बंद भी हो जाता है तो आपका म्यूचुअल फंड सुरक्षित रहेगा.