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व्यापार घाटा

व्यापार घाटा
चीन को क्या बेचता है भारत ?
चीन को भारत के निर्यात(बेचने) में औद्योगिक इनपुट, निर्माण सामग्री और मछली जैसी कुछ खराब होने वाली वस्तुएं शामिल हैं। मुख्य रुप से भारत चीन को कॉटन यानी कपास, कॉपर यानी तांबा, हीरा और अन्य प्राकृतिक रत्न बेचता है।

जनवरी में निर्यात 25.28 प्रतिशत बढ़कर 34.5 अरब डॉलर पर, व्यापार घाटा 17.42 व्यापार घाटा अरब डॉलर हुआ

मंत्रालय के अनुसार, कुल मिलाकर निर्यात चालू वित्त वर्ष 2021-22 के पहले 10 माह (अप्रैल-फरवरी) के दौरान 46.73 प्रतिशत बढ़कर 335.88 अरब डॉलर पर पहुंच गया है। एक साल पहले इसी अवधि में यह 228.92 अरब डॉलर था।

आलोच्य अवधि में आयात 62.65 प्रतिशत बढ़कर 495.75 अरब डॉलर रहा। वहीं व्यापार घाटा 159.87 अरब डॉलर रहा जो एक साल पहले इसी अवधि में 75.87 अरब डॉलर था।

जनवरी में निर्यात 25.28 प्रतिशत बढ़कर 34.5 अरब डॉलर पर, व्यापार घाटा 17.42 अरब डॉलर हुआ

मंत्रालय के अनुसार, कुल मिलाकर निर्यात चालू वित्त वर्ष 2021-22 के पहले 10 माह (अप्रैल-फरवरी) के दौरान 46.73 व्यापार घाटा प्रतिशत बढ़कर 335.88 अरब डॉलर पर पहुंच गया है। एक साल पहले इसी अवधि में यह 228.92 अरब डॉलर था।

आलोच्य अवधि में आयात 62.व्यापार घाटा 65 प्रतिशत बढ़कर 495.75 अरब डॉलर रहा। वहीं व्यापार घाटा 159.87 अरब डॉलर रहा जो एक साल पहले इसी अवधि में 75.87 अरब डॉलर था।

2016 में - 17 भारत का व्यापार घाटा (प्रतिशत में) सबसे अधिक था -

Additional Information

  • उन देशों की सूची जिनमें भारत का व्यापार घाटा है:
    • चीन
    • हॉगकॉग
    • जापान
    • कोरिया
    • सऊदी अरब

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    Last updated on Sep 22, 2022

    The Rajasthan Public Service Commission (RPSC) has released the RPSC 2nd Grade Exam Date 2022. The exam for Senior Teacher (Secondary Edu Dept) will take place between 21st to 27th December 2022. Candidates who want a successful selection under the recruitment process of the RPSC 2nd Grade must go through the RPSC Grade II Previous Year Papers to get an idea of the level of the examination and improve their preparation accordingly.

    Trade Deficit: Make in India पर जोर के बावजूद चीन से बढ़ रहा आयात, रिकॉर्ड उंचाई पर पहुंचा भारत का व्यापार घाटा

    Trade Deficit: भारत के लिए अंतरराष्ट्रीय व्यापार के मोर्चे पर अच्छी खबर नहीं है। चालू वित्त वर्ष की अप्रैल-अगस्त व्यापार घाटा अवधि में भारत का व्यापारिक घाटा 124.7 अरब डॉलर था। यह किसी भी साल के इस अवधि में अब तक का सर्वाधिक घाटा है।

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    Trade Deficit: चालू वित्त वर्ष की अप्रैल-अगस्त अवधि में भारत का व्यापारिक घाटा 124.7 अरब डॉलर था। व्यापार घाटा यह किसी भी साल के इस अवधि में अब तक व्यापार घाटा का सर्वाधिक घाटा है। अंतरराष्ट्रीय वस्तुओं की कीमतों में वृद्धि, विशेष रूप से ऊर्जा ने व्यापार घाटे को बढ़ाने में एक बड़ी भूमिका निभाई है, वहीं दूसरी तरफ यह भी आशंका जताई जाती है कि चीनी आयात बढ़ रहा है। हालांकि भारत सरकार का जोर मेक इन इंडिया पर है। सरकार भारत में ही चीन से आयात होने वाली अधिकतर चीजें बनाने की कोशिश कर रही है। इसके लिए सरकार के तरफ से कई सारी योजनाएं भी शुरु की गई हैं। उसके बावजूद भी व्यापारिक घाटे को कम करने में कोई खास मदद नहीं मिल रही है।

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