मुद्रा संकट के उदाहरण

4- प्रो पंत ने कहा कि वर्ष 2019 में श्रीलंका में सत्ता में परिवर्तन हुआ। गोटाबाया राजपक्षे की सरकार ने अपने चुनावी अभियानों में निम्न कर दरों और किसानों के लिए व्यापक रियायतों का वादा किया था। इस अतार्किक और अविवेकपूर्ण वादों को पूरा करने में समस्या को और विकराल कर दिया। वर्ष 2020 में वैश्विक कोरोना महामारी ने इस समस्या को और बदतर कर दिया। इस महामारी ने देश की अर्थव्यवस्था की रीढ़ को तोड़ दिया। चाय, रबर, मसालों और कपड़ों के निर्यात को भारी नुकसान पहुंचा।
Reason of Sri Lanka Crisis : श्रीलंका की इस दुर्दशा के लिए चीन कितना जिम्मेदार, 5 बिंदुओं में जानिए आर्थिक संकट के कारण
Sri Lanka Crisis आखिर श्रीलंका की इस आर्थिक दुर्दशा के लिए चीन कितना जिम्मेदार है। चीन की कर्ज नीति इसके लिए कितना दोषी है। दक्षिण मुद्रा संकट के उदाहरण एशिया में चीन ने जिन मुल्कों को अपने कर्ज जाल में फंसाया उसकी सबकी यही गति हो रही है।
नई दिल्ली, जेएनएन। Sri Lanka Crisis Reason: आजादी के बाद श्रीलंका अपने सबसे बुरे दौर से गुजर रहा है। देश की आर्थिक व्यवस्था पूरी तरह से चौपट हो गई है। जनता की बुनियादी जरूरतें पूरी कर पाने में सरकार असफल हो गई है। पेट्रोल-डीजल से लेकर दूध और दूसरी खाद्य सामग्रियां इतनी महंगी हो गई हैं कि लोग खरीद नहीं पा रहे हैं। कभी पर्यटन के लिए दुनिया में मशहूर यह आइलैंड आर्थिक तौर पर तबाह हो चुका है। हालात इतने बुरे हैं कि आजादी के बाद एक बार फिर श्रीलंका गृह युद्ध के मुहाने पर खड़ा हो गया है। ऐसे में यह जानना उपयोगी हो गया है कि आखिर श्रीलंका के इस हालात के लिए कौन जिम्मेदार है। इसके लिए सत्ता पक्ष कितना दोषी है। श्रीलंका के आर्थिक संकट के पांच बड़े कारण क्या हैं। इन सब मामलों में विशेषज्ञों की क्या राय है।
मुद्रा संकट के उदाहरण
एक डिक्री के अनुसार, तुर्की सरकार ने देश की मुद्रा लीरा की रक्षा के लिए नागरिकता चाहने वाले विदेशियों के लिए नियमों में संशोधन किया है।
राज्य के मीडिया के अनुसार, आधिकारिक राजपत्र में जारी एक डिक्री के अनुसार, विदेशी जो देश में एक विशिष्ट निवेश करते हैं, जैसे कि अचल संपत्ति खरीदना या एक निश्चित पूंजी निवेश करना, तुर्की की नागरिकता के लिए पात्र हो सकते हैं।
ऐसे विदेशी जिनके पास तुर्की में कम से कम $ 250,000 की अचल संपत्ति है और जिनके पास कम से कम तीन वर्षों के लिए स्वामित्व है, उदाहरण मुद्रा संकट के उदाहरण के लिए, तुर्की की नागरिकता प्राप्त करने के हकदार होंगे। नए नियम के अनुसार, विदेशियों को संपत्ति की बिक्री से प्राप्त विदेशी नकदी अब स्थानीय बैंक के माध्यम से केंद्रीय बैंक को बेची जाएगी और तुर्की लीरा में परिवर्तित की जाएगी।
नेपाल में श्रीलंका जैसे हालात? ईंधन बचाने के लिए कर्मचारियों को दे सकता है मुद्रा संकट के उदाहरण दो दिन की छुट्टी, विदेशी नागरिकों से मांगी मदद
भारत का एक और पड़ोसी देश नेपाल भी श्रीलंका जैसे आर्थिक संकट के हालातों का सामना कर रहा है। नेपाल के वित्त मंत्री जनार्दन शर्मा ने शनिवार को कहा कि विदेशों में रहने वाले नागरिक विदेशी पैसे के साथ नेपाल की मदद करें।
नेपाल सरकार ने विदेशों में रह रहे नेपालियों से कहा है कि आर्थिक मुद्रा संकट के उदाहरण संकट से गुजर रहे अपने देश के बैंकों में वे डॉलर खाते (विदेशी मुद्रा खाते) खुलवाएं और निवेश करें। वैश्विक महामारी कोरोना वायरस के कारण पर्यटन घटने से नेपाल के विदेशी मुद्रा भंडार में गिरावट आई है।
मुद्रा संकट के उदाहरण
Hit enter to search or ESC to close
श्रीलंकाई संकट : एक प्रबंधन त्रासदी
कोलंबो, 5 अप्रैल (आईएएनएस)। कोलंबो का हाल इन दिनों एक अंधी गली जैसा हो गया है, लेकिन उम्मीद की एक किरण बची है, क्योंकि भारत और बहुपक्षीय वित्तीय संस्थान जैसे विश्वसनीय विकास भागीदार, द्वीपीय देश को मौजूदा आर्थिक संकट से उबारने में मदद करने की कोशिश कर रहे मुद्रा संकट के उदाहरण हैं।
श्रीलंकाई आर्थिक समस्याओं में विदेशी मुद्रा/आवश्यक वस्तुओं की कमी और बढ़ती मुद्रास्फीति शामिल हैं। इसके कारणों की जड़ें बहुत गहरी हैं।
अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) ने हाल ही में उल्लेख किया है कि श्रीलंका को अस्थिर ऋण स्तरों के साथ-साथ लगातार राजकोषीय और भुगतान संतुलन की कमी के कारण स्पष्ट करदान समस्या का सामना करना पड़ रहा है।
कर्ज जाल में फंसाने वाले धूर्त मुद्रा संकट के उदाहरण चीन को बांग्लादेश ने दिखाया आईना
भारत का पड़ोसी बंगलादेश इन दिनों विदेशी मुद्रा भंडार का संकट झेल रहा है क्योंकि अब बंगलादेश का विदेशी मुद्रा भंडार खत्म होने की कगार पर है और वहां पर प्रशासकों को इस बात की चिंता सताने लगी है कि कहीं उसका हाल भी पड़ोसी देश श्रीलंका जैसा न हो जाए। बंगलादेश इस बात को अच्छी तरह से समझता है कि श्रीलंका का यह हाल चीन की वजह से हुआ है। इस समय भारत के जितने भी पड़ोसी देश हैं उन सभी का कमोबेश ऐसा ही हाल है, इसमें पाकिस्तान, नेपाल, बंगलादेश, मालदीव का विदेशी मुद्रा भंडार दिनों दिन लगातार कम होता जा रहा है, और एक ताजा उदाहरण श्रीलंका का है जो दिवालिया हो चुका है।
हाल ही में बंगलादेश के वित्तमंत्री मुस्तफा कमाल ने अपने बयान से दुनिया की आंखें खोल दीं और चीन को एक जोरदार झटका दिया है। उन्होंने कहा कि दुनिया के विकासशील मुद्रा संकट के उदाहरण देशों को चीन की महत्वाकांक्षी परियोजना बी.आर.आई. के तहत चीन से उधार लेने से पहले दो बार जरूर सोचना चाहिए। मुस्तफा ने चीन को सीधे संदेश देते हुए कहा था कि चीन को कर्जों का आकलन करते समय पूरी ईमानदारी दिखानी चाहिए, मुस्तफा वित्त मामलों पर अच्छी पकड़ रखते हैं और उन्होंने चीन द्वारा दूसरे देशों को दिए गए कर्जों के पीछे चीन की नीयत को साफ तौर पर देखा है।