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Explain the ekta system Hindi me ans
इक्ता सिस्टम इन हिंदी लैंग्वेज
इक्ता व्यवस्था दिल्ली सल्तनत की एक मुख्य विशेषता थी। इसका मुख्य उद्देश्य भारत में प्रचलित सामन्ती प्रथा को नष्ट करना और साम्राज्य के दूरस्थ प्रदेश को केन्द्र से जोड़ना था। इसका प्रारंभ इल्तुतमिश के शासनकाल में हुआ। दिल्ली सल्तनत अनेक प्रान्तों में बँटी थी, जिसे ‘इक्ता’ कहा जाता था। यहाँ का शासन ‘नायब वली’ व ‘मुक्ती’ द्वारा संचालित किया जाता था। उसके पास निश्चित संख्या में सेना होती थी, जिसे आवश्यकता के समय सुल्तान को उपलब्ध कराया जाता था। मुक्ती प्रान्त के अधिकारियों की नियुक्ति, स्थानान्तरण आदि करता था। वली या मुक्ती का पद वंशानुगत नहीं था। वित्तीय मामलों में वली की सहायता ‘ख्वाजा’ नामक अधिकारी करता था। ख्वाजा नामक अधिकारियों की नियुक्ति बलबन ने इक्तादारों के भ्रष्टाचार को रोकने के लिए की थी। मुहम्मद तुग़लक़ के काल में मुक्ती से राजस्व अधिकार लेकर एक अन्य केन्द्रीय अधिकारी वली-उल-ख़राज को प्रदान कर दिये गये। इब्न बतूता के अनुसार इस समय-इक्ता में दो अधिकारी थे, एक अमीर या मुक्ती तथा दूसरा बली-उल-ख़राज। अमीर या मुक्ती सैनिक अधिकारी होता था तथा खली-उल-ख़राज इक्ता की आय एकत्रित करता था। मुक्ती और बली के सम्बन्ध सुल्तान की इच्छा पर निर्भर करता था।
Dolly Khanna के पोर्टफोलियो में इस नए स्टॉक की एंट्री, 1 साल में 135% उछला शेयर
Dolly Khanna Portfolio: डॉली खन्ना ने इस कंपनी के 1 फीसदी से ज्यादा शेयर खरीदे हैं. पिछले एक साल के दौरान स्टॉक ने 234 रुपये का हाई और 42 रुपये का लो बनाया है.
डॉली खन्ना के पोर्टफोलियो में फिलहाल 26 शेयर हैं.
Dolly Khanna Portfolio: शेयर बाजार की दिग्गज निवेशक डॉली खन्ना (Dolly Khanna) ने अप्रैल-जून 2022 के दौरान अपने पोर्टफोलियो में नेशनल ऑक्सीजन लिमिटेड (National Oxygen Ltd) को शामिल किया है. डॉली खन्ना ने इस कंपनी के 1 फीसदी से ज्यादा शेयर खरीदे हैं. इस शेयरों के रिटर्न की बात करें, तो बीते 1 साल में 8 जुलाई 2022 तक नेशनल ऑकसीजन का रिटर्न 134 फीसदी रहा है. साल के दौरान स्टॉक ने 234 रुपये का हाई और 42 रुपये का लो बनाया है. इस तरह, शेयर में ऑल टाइम लोन से 455 फीसदी से ज्यादा का उछाल आ चुका है. नेशनल ऑक्सीजन के स्टॉक में 8 जुलाई को 10 फीसदी का अपर सर्किट लगा और शेयर का भाव 104 रुपये पर रहा.
डॉली खन्ना ने खरीदे 1.08% शेयर
BSE पर उपलब्ध जून 2022 (Q1FY23) तिमाही के शेयरहोल्डिंग पैटर्न के मुताबिक, डॉली खन्ना (Dolly Khanna) ने नेशनल ऑक्सीजन लिमिटेड (National Oxygen Limited) में 1.08 फीसदी (51,784 इक्विटी शेयर) हिस्सेदारी खरीदी है. इस शेयर में निवेशकों को बीते एक साल में अभी तक का रिटर्न करीब 135 फीसदी रहा है.
ट्रेंडलाइन के मुताबिक, डॉली खन्ना (Dolly Khanna) को अनजान शेयरों पर दांव लगाने के लिए जाना जाता है, जो आगे चलकर आउटपरफॉर्म करते हैं. उनका पोर्टफोलियो का मैनेजमेंट उनके पति राजीव खन्ना (Rajiv Khanna) करते हैं. उनके पोर्टफोलियो में मैन्युफैक्चरिंग, टेक्सटाइल, केमिकल्स और शुगर स्टॉक्स हैं.
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Dolly Khanna Portfolio में 26 शेयर
ट्रेंडलाइन के मुताबिक, दिग्गज निवेशक डॉली खन्ना (ट्रेंडलाइनें Dolly Khanna) के पोर्टफोलियो में फिलहाल 26 शेयर हैं. अप्रैल-जून 2022 तिमाही के दौरान उन्होंने नई खरीदारी के अलावा कई कंपनियों में अपना स्टेक बढ़ाया है. इसके अपडेट आ रहे हैं. उनके पोर्टफोलियो में मैन्युफैक्चरिंग, टेक्सटाइल, केमिकल्स और शुगर स्टॉक्स हैं. 30 जून 2022 तक की कॉरपोरेट शेयरहोल्डिंग फाइलिंग के मुताबिक, डॉली खन्ना के पोर्टफोलियो का नेटवर्थ 511.8 करोड़ रुपये से ज्यादा है. डॉली खन्ना के पोर्टफोलियो पर स्टॉक मार्केट में रिटेल निवेशकों की नजर रहती है.
(डिस्क्लेमर: शेयर बाजार में निवेश बाजार के जोखिमों के अधीन है. निवेश से पहले अपने एडवाइजर से परामर्श कर लें.)
फॉक्सवेगन पोलो 1.5 टीडीआई ट्रेडलाइन
The facelifted version of Volkswagen Polo hatchback is introduced in several trim levels with both petrol and diesel engine options. Among them, Volkswagen Polo 1.5 TDI Trendline is the base variant in its diesel engine model series. The company has introduced this hatchback with a lot of updates, which gives it sporty exteriors and a luxurious internal cabin. In terms of exteriors, it is fitted with a redesigned front and rear bumper, revamped headlight cluster with halogen headlamps and new front grille with a single chrome strip. At the same time, the internal cabin also has a few modifications like a slightly revised sporty flat bottomed steering wheel, a dual tone dashboard and chrome accentuated center console, which gives the cabin a decent appearance. This variant is powered by a 1.5-litre diesel engine, which comes with a displacement capacity of 1498cc. It has the ability to churn out a maximum power of 88.7bhp along with 230Nm of torque output. This hatchback comes with a warranty of two years or unlimited kilometer. At the same time, the customers can also avail extended warranty of one year or 80,000 kilometers at an additional cost. Its overall dimensions are 3971x1682x1469 (length, width and height), which are quite decent. It also has a spacious boot compartment of 280 litres and a fuel tank that can store close to 45 litres of diesel in it.
Bearish Flag Chart Pattern की सम्पूर्ण जानकारी हिंदी में।
बेयरिश फ्लैग पैटर्न एक, कैंडलस्टिक चार्ट कंटीन्यूएशन पैटर्न है। Flag chart Pattern तब बनता है, शेयर ट्रेंडलाइनें शार्प up move के बाद एक संकीर्ण रेंज में कंसोलिडेट करता है। सामान्यतः फ्लैग से ब्रेकआउट पूर्व ट्रेंड की तरफ होता है। फ्लैग पैटर्न ट्रेडिंग में जोखिम कम और हाई प्रॉफिट होता है, फ्लैग का अर्थ होता है झंडा। फ्लैग पैटर्न शार्ट और मीडियम टर्म ट्रेडिंग के काम आने वाला पैटर्न है, यह एक कंटिन्यूएशन पैटर्न है। Flag Pattern दो प्रकार के होते हैं-
इस आर्टिकल में चलिए जानते हैं- Bearish Flag Chart Pattern की सम्पूर्ण जानकारी हिंदी में। Bearish Flag Chart pattern kya hai in Hindi
Bearish Flag Chart Pattern कैसे बनता है?
जब चार्ट पर एक शार्प डाउनट्रेंड के दौरान यह पैटर्न बनता है। जब शेयरों की प्राइस में चार्ट पर शार्प डाउनट्रेंड दिखायी देता है। बेयरिश फ्लैग पैटर्न बनने के लिए यह आवश्यक है कि शेयर के चार्ट पर शार्प डाउनट्रेंड दिखायी दे, गिरावट के दौरान ट्रेडिंग वॉल्यूम सामान्य से ज्यादा रहते हैं। इस गिरावट के बाद प्राइस कुछ समय के लिए कंसोलिडेट होते हैं, शेयर के प्राइस में शार्प गिरावट को फ्लैग का pole कहते हैं।
इसके बाद प्राइस थोड़ा ठहर कर एक सपोर्ट बनता है और शेयर का प्राइस छोटे से कंसोलिडेशन में चला जाता है। इस अवधि के दौरान प्राइस एक सीमित रेंज में रहता है और धीरे-धीरे ऊपर की ओर बढ़ने लगता है। इस दौरान प्राइस छोटे-छोटे सपोर्ट और रेजिस्टेंस बनता है। टेक्निकल एनालिसिस क्या है?
जब दो सपोर्ट और रेजिस्टेंस बन जाते हैं, तब दोनों रजिस्टेंस के प्राइस के हाईपॉइंट को छूते हुए। आपको एक ट्रेंड लाइन खींचनी चाहिए, इसे रेजिस्टेंस लाइन कहते हैं। इसी तरह दूसरी ट्रेंडलाइन दोनों सपोर्ट के लो प्राइस लेवल को छूते हुए खींचनी है। इसे सपोर्ट लाइन कहते हैं।
ट्रेंड लाइन खींचते समय ध्यान देने योग्य बातें
Bearish Flag chart Pattern की ट्रेंड लाइन इस बात पर अवश्य ध्यान देना चाहिए कि दोनों ट्रेंडलाइन एक दूसरे के समानांतर होनी चाहिए, यह ट्रेंडलाइनें अत्यंत जरूरी है। यदि दोनों Trend line एक दूसरे के समानांतर नहीं बनती हैं तो इसका मतलब यह बेयरिश फ्लैग चार्ट पैटर्न नहीं है। यह पैटर्न एक छोटे से प्राइस चैनल के जैसा दिखाई देता है। कैंडलस्टिक चार्ट पैटर्न क्या है
इसके बाद जो शेयर का प्राइस सपोर्ट लाइन को तोड़कर नीचे चला जाता है, तब यह पैटर्न कंप्लीट होता है। इसी के साथ शेयर में डाउनट्रेंड दोबारा स्टार्ट हो जाता है। जब Bearish Flag Chart Pattern में ब्रेकडाउन होता है, तब शेयर का ट्रेडिंग वॉल्यूम भी बढ़ने लगता है। इस प्रकार चार्टबेयरिश फ्लैग चार्ट पेटर्न बनता है।
Bearish Flag chart Pattern के साथ शेयर में बिकवाली कैसे करें?
यदि आपको चार्ट पर बेयरिश फ्लैग चार्ट पैटर्न दिखाई दे रहा है तो सबसे पहले आपको चार्ट पर कंसोलिडेशन पीरियड के दो सपोर्ट के लो प्राइस को छूते हुए पहली ट्रेंडलाइन खींचनी चाहिए। इसके बाद दोनों रजिस्टेंस के हाई पॉइंट को छूते हुए दूसरी ट्रेंडलाइन खींचनी है। अब आपको इसमें शॉर्ट सेलिंग (बिकवाली) करने के लिए यह देखना है।
जब कोई कैंडल फ्लैग के बनने के बाद सपोर्ट लाइन के नीचे क्लोज हो जाए। उसके बाद वाली कैंडल में आपको बिकवाली करनी चाहिए। बिकवाली के तुरंत बाद जिस कैंडल ने सपोर्ट लाइन के नीचे क्लोजिंग दी है, उसके हाई प्राइस का आपको स्टॉपलॉस लगाना चाहिए।
आपको इस बात पर ध्यान देना बेहद जरूरी है कि आपके बिकवाली के प्राइस और स्टॉपलॉस के बीच का अंतर रिश्क-रिवार्ड रेश्यो के हिसाब से होना चाहिए। रिश्क-रिवार्ड रेश्यो के हिसाब से 2% का स्टॉपलॉस अच्छा रहता है। यदि आपका स्टॉपलॉस 2% के नियम के अनुसार सही नहीं बैठ रहा है, तो आपको यह ट्रेड नहीं लेना चाहिए।
राकेश झुनझुनवाला ने बदली स्ट्रैटेजी: झुनझुनवाला ने 5 कंपनियों में कम की हिस्सेदारी, जानिए कौन से हैं वो शेयर
बाजार के बिग बुल कहे जाने वाले राकेश झुनझुनवाला ने अपने पोर्टफोलियो में शामिल कुछ शेयर्स में बिकवाली की है। ट्रेंडलाइन पर राकेश झुनझुनवाला के शेयरहोल्डिंग पैटर्न देखें तो उन्होंने 5 कंपनियों के शेयर पोर्टफोलियो से कम किए हैं। मंधना रिटेल वेंचर्स, ल्यूपिन, अप्टेक, फोर्टिस हेल्थकेयर, और MCX में हिस्सेदारी कम की है।
फोर्टिस हेल्थकेयर में हिस्सेदारी 4.3% से घटाकर 4.2% की
फोर्टिस हेल्थकेयर में भी राकेश झुनझुनवाला ने अपनी हिस्सेदारी सितंबर तिमाही में करीब 0.1% कम कर दी है। अब उनकी कंपनी में हिस्सेदारी 4.3% से घटकर 4.2% रह गई है। उनके पोर्टफोलियो में कंपनी के 3,19,50,000 शेयर हैं, जिनकी वैल्यू ट्रेंडलाइनें 829.4 करोड़ रुपए है। फोर्टिस हेल्थकेयर ने पिछले 1 साल में 104% का रिटर्न दिया है।