अंतरराष्ट्रीय व्यापार क्या है

भारत अंतरराष्ट्रीय व्यापार को बढ़ाकर 2030 तक 2,000 अरब डॉलर का करना चाहता है: गोयल
सैन फ्रांसिस्को, सात सितंबर (भाषा) वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने कहा कि पिछले वित्त वर्ष में भारत का माल एवं सेवा का निर्यात 675 अरब डॉलर को पार कर गया और अब देश 2030 तक अंतरराष्ट्रीय व्यापार को बढ़ाकर 2000 अरब डॉलर तक पहुंचाना चाहता है।
स्टेनफोर्ड यूनिवर्सिटी में संकाय सदस्यों, शोधकर्ताओं और छात्रों से बातचीत करते हुए गोयल ने कहा कि जब भारत अपनी 100वीं वर्षगांठ मनाएगा तब तक उसकी अर्थव्यवस्था 30,000 अरब डॉलर की हो जाएगी।
गोयल ने कहा, ‘‘2047-2050 तक, जब भारत अपनी स्वतंत्रता के 100 वर्ष पूरे अंतरराष्ट्रीय व्यापार क्या है कर रहा होगा तब सामान्य परिदृश्य में भारत कम से कम 30,000 अरब की अर्थव्यवस्था होगा और सरकार की योजनाएं काम कर गईं तो अर्थव्यवस्था कम से कम 35,000 से 45,000 अरब डॉलर की होगी।
अपनी 3300 अरब की जीडीपी (सकल घरेलू उत्पाद) के साथ भारत दुनिया की पांचवी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था है। इस सूची में उससे पहले अमेरिका, चीन, जापान और जर्मनी हैं।
उद्योग मंत्री ने कहा कि सरकार ने बीते कुछ वर्ष ऐसा आधार बनाने में लगाए जिन पर देश तेजी से परिवर्तित हो सके, इसकी अर्थव्यवस्था बढ़ सके, प्रणालियां बेहतर बनें और प्रौद्योगिकी में आगे बढ़ें।
उन्होंने कहा, ‘‘पिछले वित्त वर्ष में हमारा माल एवं सेवाओं का निर्यात पहली बार 675 अरब डॉलर पर पहुंच गया। हमें उम्मीद है कि 2030 तक अंतरराष्ट्रीय व्यापार बढ़कर 2000 अरब डॉलर का हो जाएगा।’’
अप्रैल-जून तिमाही में घट सकता है 27 फीसदी अंतरराष्ट्रीय व्यापार, 36 संगठनों ने तैयार की रिपोर्ट
Coronavirus महामारी के दौरान आर्थिक गतिविधियां बाधित होने और अनिश्चितता बढ़ने से 1930 के बाद की सबसे बड़ी मंदी का संकट खड़ा हो गया है. वहीं UNCTAD की रिपोर्ट में कहा गया है कि अंतररष्ट्रीय व्यापार (International trade) में गिरावट के साथ कमोडिटी की कीमतें भी गिर गई हैं.
TV9 Bharatvarsh | Edited By: Sunil Kumar Sahu
Updated on: May 14, 2020 | 3:38 PM
कोरोना महामारी के संकट से अंतरराष्ट्रीय व्यापार क्या है दुनियाभर कि अर्थव्यवस्था और व्यापार लगातार घट रहा है. संयुक्त राष्ट्र के व्यापार संगठन यूनाइटेड नेशंस कॉन्फ्रेंस ऑन ट्रेन एंड डेवलपमेंट (UNCTAD) ने एक रिपोर्ट में साफ किया है कि अप्रैल-जून तिमाही में अंतरराष्ट्रीय व्यापार (International trade) पहली तिमाही यानी जनवही से मार्च अंतरराष्ट्रीय व्यापार क्या है तक कि तुलना में 27 फीसदी तक घट सकता है.
जनवरी-मार्च की पहली तिमाही में अंतरराष्ट्रीय व्यापार तीन फीसदी तक घटा था, जिसके बाद कोरोनावायरस (Coronavirus) ने दुनिया के तमाम देशों में अपने पांव पसार लिए. संयुक्त राष्ट्र के अनुमान के मुताबिक कोरोना महामारी के कारण वैश्विक अर्थव्यवस्था में 3.2 फीसदी गिरावट आ सकती है.
साथ ही आर्थिक गतिविधियां बाधित होने और अनिश्चितता बढ़ने से 1930 के बाद की सबसे बड़ी मंदी का संकट खड़ा हो गया है. दूसरी ओर UNCTAD की रिपोर्ट में कहा गया है कि अंतररष्ट्रीय व्यापार में गिरावट के साथ कमोडिटी की कीमतें भी गिर गई हैं. पिछले साल दिसंबर से पहले सबकुछ सामान्य था, जिसके बाद से अब तक लगातार कमोडिटी में गिरावट दर्ज की जा रही थी.
याद रहे कि अमेरिका, इटली, यूरोप, एशिया समेत पूरी दुनिया में कोविड-19 के चलते अर्थव्यवस्था में भी भारी गिरावट दर्ज की गई है. UNCTAD के जनरल सेकेट्री मुखिसा कित्युई (Mukhisa Kituyi) ने कहा कि दुनिया के तमाम देशों कि सरकारों पर कोरोनावायरस के संक्रमण के फैलने के बाद से ऐसे फैसले लेने को मजबूर हैं, जिनका प्रभाव भविष्य को ध्यान में रखते हुए लिया गया है.
36 अंतरराष्ट्रीय संगठनों द्वारा तैयार रिपोर्ट के आंकड़ों के मुताबिक कोरोना महामारी कि वजह से इस साल की पहली तिमाही में अंतरराष्ट्रीय व्यापार में 3 फीसदी की गिरावट आई है. जबकि दूसरी तिमाही (अप्रैल-जून) में अंतरराष्ट्र्रीय व्यापार पहली तिमाही के मुकाबले 27 फीसदी घट सकता है.
उल्लेखनीय है कि UNCTAD कि यह रिपोर्ट अंतरराष्ट्रीय सांख्यिकी संगठनों और कई देशों के राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालयों तथा प्रणालियों की मदद से तैयार की है. कमोडिटी अंतरराष्ट्रीय व्यापार क्या है कीमतों में आई 20 फीसद गिरावट- कमोडिटी कीमतों में मार्च में आई 20 फीसदी से ज्यादा की गिरावट एफएमसीपीआई के लिए इतिहास में सबसे बड़ी गिरावट है.
सन् 2008 के वैश्विक वित्तीय संकट के समय माह-दर-माह आधार पर अधिकतम 18.6 फीसदी गिरावट दर्ज की गई थी. उस समय गिरावट 6 महीने तक दिखी थी. दुर्भाग्य से आज की गिरावट कितनी रहेगी और कब तक रहेगी, इस बारे में निश्चित रूप से कुछ नहीं कहा जा सकता है.
निर्यात की जाने वाली कीमतो में बदलाव-अंकटॉड के फ्री मार्केट कमोडिटी प्राइस इंडेक्स (एफएमसीपीआई) के वैल्यू में जनवरी में 1.2 फीसदी, फरवरी में 8.5 फीसदी आौर मार्च में 20.4 फीसदी गिरावट आई है. इस गिरावट में सबसे बड़ी भूमिका ईंधन कीमतों ने निभाई. इसमें मार्च में 33.2 फीसदी गिरावट रही. खनिजों, अयस्कों, धातुओं, खाद्य पदार्थों और कृषि संबंधी कच्चे माल में 4 फीसदी से कम गिरावट रही.
International Trade Fair 2022: दिल्ली में व्यापार मेला शुरू, इन दिन से मिलेगी आम लोगों को एंट्री, जानें- मेले का समय और टिकट के दाम
Delhi International Trade Fair 2022: 14 से लेकर 27 नवंबर तक दिल्ली में लगने वाले भारतीय अंतरराष्ट्रीय व्यापार मेले में 14 से 18 तारीख तक बिजनेस चेंज होंगे. इसमें आम आदमी को जाने की अनुमति नहीं होगी.
By: ABP Live | Updated at : 14 Nov 2022 12:42 PM (IST)
(अंतर्राष्ट्रीय व्यापार मेला 2022, फाइल फोटो: पीटीआई)
Delhi International Trade Fair 2022: दिल्ली के प्रगति मैदान में 14 से 27 नवंबर के बीच 41वां भारतीय अंतरराष्ट्रीय व्यापार मेला 2022 शुरू हो गया है. व्यापार मेले का समय सुबह 10 से शाम साढ़े सात बजे तक है. कोरोना महामारी की वजह से 2 साल बाद इस मेले को अंतरराष्ट्रीय व्यापार क्या है लेकर आयोजकों के साथ-साथ आम लोगों में भी खासा उत्साह है. व्यापार मेले में गेट संख्या 10 (सुप्रीम कोर्ट मेट्रो स्टेशन के नजदीक) और भैरव मार्ग गेट नंबर-4 से एंट्री मिलेगी.
इस बार के व्यापार मेले की सबसे बड़ी बात यही है कि 40 साल बाद यानी 1979 के बाद मेला परिसर का क्षेत्रफल सबसे ज्यादा होगा. जानकारी के मुताबिक तकरीबन 75,000 वर्ग मीटर से अंतरराष्ट्रीय व्यापार क्या है अधिक क्षेत्र में मेले का आयोजन हो रहा है. व्यापार मेले से जुड़े अधिकारियों के मुताबिक 14 नवंबर से शुरू होने वाले मेले के अंतिम दिन यानी 27 नवंबर को दर्शकों को मेले में दोपहर 2 बजे तक ही प्रवेश मिलेगा. इसके साथ ही इस दिन 4 बजे तक ही मेला देखने की अनुमति होगी. व्यापार मेले में आने वाले लोग भैरों मार्ग पर बनी पार्किंग में गाड़ी खड़ी कर सकते हैं.
14 से 18 तारीख के बीच व्यापार मेले में नहीं जा सकेंगे आम लोग
14 से अंतरराष्ट्रीय व्यापार क्या है लेकर 27 नवंबर तक लगने वाले व्यापार मेले में 14 से 18 तारीख तक बिजनेस चेंज होंगे. इसमें आम आदमी की जाने को अनुमति नहीं होगी. इसका मकसद यह है कि बिजनेस से जुड़े लोगों को आम जनता की वजह से दिक्कत पेश नहीं आए. 14 से 19 नवंबर तक आइआइटीएफ के मुताबिक व्यस्क के लिए टिकट का 500 रुपये होगा, जबकि बच्चों का टिकट सिर्फ 150 रखा गया है.
व्यापार मेले में जाने के लिए लगेंगे इतने रुपये
आम आदमी को ट्रेड फेयर में 19 नवंबर से प्रवेश मिलेगा. इसमें टिकट और पास के जरिये ही प्रवेश मिलेगा. 19 तारीख से लेकर 27 तारीख तक व्यस्क को मेले में जाने के लिए टिकट के दाम 80 रुपये चुकाने होंगे, वहीं बच्चों के लिए टिकट का दाम सिर्फ 40 रुपये रखा गया है. सप्ताहंत व्यस्क को 150 और बच्चों के लिए 60 रुपये का टिकट लेना होगा. टाइमिंग सुबह 10 बजे से शाम 5 बजे तक रखी गई है.
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व्यापार मेले के लिए यहां से ले सकते हैं टिकट
व्यापार मेले के लिए दिल्ली मेट्रो की सभी 10 लाइनों (रेड, यलो, ब्लू, मजेंटा, ग्रीन, वॉयलेट, ग्रे,ऑरेंज, पिंक और एयरपोर्ट एक्सप्रेस लाइन) पर टिकटों के लिए काउंटर लगाए हैं, जहां से आप टिकट ले सकेंगे. इस बार दिल्ली मेट्रो 67 मेट्रो स्टेशनों पर ट्रेड फेयर की टिकट बेचेगी. इसके अंतरराष्ट्रीय व्यापार क्यअंतरराष्ट्रीय व्यापार क्या है ा है अलावा लोग आइटीपीओ की आधिकारिक वेबसाइट पर जाकर भी टिकट खरीद सकेंगे. टिकट सुबह 9 बजे से शाम 4 बजे तक मिल सकेंगे.
- रेड लाइन: शहीद भगत सिंह बस अड्डा, मोहन नगर, दिलशाद गार्डन, शाहदरा, सीलमपुर, इंद्रलोक, नेताजी सुभाष प्लेस, रोहिणी वेस्ट, अंतरराष्ट्रीय व्यापार क्या है अंतरराष्ट्रीय व्यापार क्या है रिठाला
- यलो लाइन : गुरु तेग बहादुर नगर, विश्वविद्यालय, राजीव चौक, केंद्रीय सचिवालय, दिल्ली हाट, आFएनइ, साकेत, सिकंदरपुर और हुडा सिटी सेंटर, समय पुर बादली, जहांगीरपुरी, आजादपुर
ट्रैफिक पुलिस की अपील- प्रगति मैदान के आस-पास आने से बचें
इस बार व्यापार मेले में बड़ी संख्या में लोगों के आने की संभावना है, जिसको देखते हुए सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं. मेले के अंदर 14 दिनों के अंदर 10 लाख से अधिक लोगों के पहुंचने की संभावना है. ट्रैफिक पुलिस ने इसे लेकर व्यापक इंतजाम किए हैं. साथ ही लोगों से अपील की है कि वह 14 से 27 नवंबर तक जाम से बचने के लिए प्रगति मैदान के आसपास आने से बचें. ट्रैफिक पुलिस ने कहा कि मथुरा रोड, भैरों मार्ग, रिंग रोड, शेरशाह रोड और पुराना किला रोड पर जाम लगने की आशंका है.
जानिए कहां से मिलेगी व्यापार मेले में एंट्री
ट्रैफिक पुलिस ने अपने आधिकारिक ट्विटर अकाउंट पर कहा, ''द्वार संख्या पांच-ए और पांच-बी से आगंतुकों को प्रवेश नहीं मिलेगा. द्वार संख्या एक, चार, 10, 11 और क्राफ्ट म्यूजियम द्वार से प्रवेश मिलेगा. द्वार संख्या चार और 10 से मीडियाकर्मियों को प्रवेश मिलेगा. आईटीपीओ अधिकारियों को द्वार संख्या चार और 10 से प्रवेश मिलेगा. शाम छह बजे के बाद व्यापार मेले में प्रवेश नहीं मिलेगा.
Published at : 14 Nov 2022 12:42 PM (IST) Tags: Pragati Maidan Delhi International Trade Fair 2022 हिंदी समाचार, ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें abp News पर। सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट एबीपी न्यूज़ पर पढ़ें बॉलीवुड, खेल जगत, कोरोना Vaccine से जुड़ी ख़बरें। For more related stories, follow: News in Hindi
व्यापार से आप क्या समझते हैं
राज्य और देशों के बीच वस्तुओं का आदान-प्रदान व्यापार कहलाता है।
एक देश में दो स्थानों पर वस्तुओं का आदान-प्रदान स्थानीय व्यापार कहलाता है अर्थात् देश की सीमा के भीतर किया गया व्यापार स्थानीय व्यापार के अंतर्गत आता है। ये नगरों और गॉंवों के बीच होता है। जबकि दो देशों के बीच वस्तुओं का आदान-प्रदान अंतर्राष्ट्रीय व्यापार कहलाता है अर्थात् देश की सीमा में रहकर देश से बाहर किया गया व्यापार अंतर्राष्ट्रीय व्यापार के अंतर्गत आता है।
व्यापार (Trade) का अर्थ है क्रय और विक्रय। दूसरे शब्दों में, एक व्यक्ति (या संस्था) से दूसरे व्यक्ति (या संस्था) को सामानों का स्वामित्व अन्तरण एवं मूल्य के बदले सेवा प्रदान करना व्यापार कहलाता है। स्वामित्व का अन्तरण सामान, सेवा या मुद्रा के बदले किया जाता है। जिस नेटवर्क (संरचना) में व्यापार किया जाता है उसे ‘बाजार’ कहते हैं।
एक ही स्थान पर बैैैठेे हुए इंटरनेट के माध्यम से व्यापार करना E-commerce ई कॉमर्स कहलाता है।
मोबाईल के माध्यम से व्यापार करना M Commerce एम कॉमर्स कहलाता है।
आरम्भ में व्यापार एक सामान के बदले दूसरा सामान लेकर (वस्तु-विनिमय या बार्टर) किया जाता था। बाद में अधिकांश वस्तुओं के बदले धातुएँ, मूल्यवान धातुएँ, सिक्के, हुण्डी (bill) अथवा पत्र-मुद्रा से हुईँ। आजकल अधिकांश क्रय-विक्रय मुद्रा (मनी) द्वारा होता है। मुद्रा के आविष्कार (तथा बाद में क्रेडिट, पत्र-मुद्रा, अभौतिक मुद्रा आदि) से व्यापार में बहुत सरलता और सुविधा आ गयी।
व्यापार के प्रकार
भारत के व्यापार को दो भागों में बांटा गया हैं।
- आंतरिक व्यापार
- विदेशी व्यापार।
आंतरिक व्यापार – जब दो या दो से अधिक व्यक्ति फर्म संगठन या संगठन राज्य देश की सीमा के भीतर वस्तुओ का आदान प्रदान करते हैं तो उसे आंतरिक व्यापार कहते हैं। जैसे जूट पश्चिम बंगाल मे कपास महाराष्ट्र और गुजरात में गन्ना संकेद्रित हैं। अत: अन्य राज्यों की अपनी आवश्यकताओं की पूर्ति के लिये दूसरे उत्पादक राज्यों पर निर्भर रहना पड़ता हैं।
विदेशी व्यापार – जब दो या दो से अधिक राष्ट्रों के मध्य परस्पर वस्तुओं का आदान प्रदान होता हैं। तो उसे अंतरराष्ट्रीय व्यापार कहते हैं। इसके तीन महत्वपूर्ण घटक हैं-
- आयात व्यापार- देश के भीतर जब किसी वस्तु का अभाव होता हैं और उसकी पूर्ति दूसरें देशों से मांगकर की जाती हैं। उसे आयात व्यापार कहते हैं।
- निर्यात व्यापार- देश के भीतर जब किसी वस्तु की अधिकता हो जाती हैं तो उस वस्तु को आवश्यकता वाले देश में भेज दिया जाता हैं इसे निर्यात व्यापार कहते हैं।
- पुन: निर्यात व्यापार- जब विदेशों से आयातित वस्तुओं को पुन: दूसरे देशों को निर्यात कर दिया जाता हैं तो इसे पुन: निर्यात व्यापार कहते हैं।
व्यापार योजना का अर्थ क्या है
व्यापार योजना यह एक प्रबंधन उपकरण है जो एक उद्यम, एक विपणन कार्रवाई या एक व्यावसायिक इकाई के विस्तार की योजना बनाने के लिए एक गाइड के रूप में काम करता है। यह उद्देश्यों को पूरा करने और उन्हें प्राप्त करने के लिए उठाए जाने वाले कदमों, अनिश्चितताओं को कम करने और योजना की व्यवहार्यता बढ़ाने में मदद करता है।
इस पोस्ट में आपको व्यापार से आप क्या समझते हैं ? स्थानीय व अंतर्राष्ट्रीय व्यापार में अंतर स्पष्ट करें।Vyapar Se Aap Kya Samajhte Hain स्थानीय व्यापार किसे कहते हैं? विदेशी व्यापार से आप क्या समझते व्यापार कितने प्रकार के होते हैं Vyapar Kise Kehte Hain व्यापार कितने प्रकार के होते हैं? देसी व्यापार कितने प्रकार का होता है? विदेशी व्यापार कितने प्रकार के होते हैं? राष्ट्रीय व्यापार और अंतरराष्ट्रीय व्यापार में क्या अंतर है? व्यापार क्या है परिभाषा से संबंधित काफी महत्वपूर्ण जानकारी दी गई है यह जानकारी फायदेमंद लगे तो अपने दोस्तों के साथ शेयर करें और इसके बारे में आप कुछ जानना यह पूछना चाहते हैं तो नीचे कमेंट करके अवश्य पूछे.