फंड का सेक्टर

उदाहरण के लिए कई निवेशकों ने कोविड रोग की शुरुआत के दौरान फार्मा सेक्टोरल फंड्स में अपने निवेश पर 27% से अधिक का रिटर्न अर्जित किया। इस प्रकार अगर आप जिस क्षेत्र में विश्वास करते हैं और वह मौके पर पहुंच जाता है तो आपके पोर्टफोलियो का रिटर्न अच्छा होगा।
Interview हाउसिंग सेक्टर में तेजी का नया दौर: तेजस गुटका
मुंबई: देश के सबसे प्रतिष्ठित उद्योग समूह टाटा ग्रुप (Tata Group) द्वारा 1994 में स्थापित टाटा म्यूचुअल फंड (Tata Mutual Fund) भारत के पुराने साझा कोषों में से एक है, जो पिछले 28 वर्षों में लाखों निवेशकों (Investors) को बेहतरीन रिटर्न फंड का सेक्टर प्रदान कर उनकी वेल्थ बना चुका है। इसी वजह से आज देश भर में टाटा म्यूचुअल फंड पर 25 लाख से फंड का सेक्टर अधिक निवेशकों का भरोसा है। हाउसिंग सेक्टर और संबंधित उद्योग क्षेत्रों में तेज होती ग्रोथ का लाभ उठाने के लिए फंड हाउस ने नई ओपन-एंडेड योजना ‘टाटा हाउसिंग अपॉर्चुनिटीज फंड’ (Tata Housing Opportunities Fund) लॉन्च की है।
हाउसिंग सेक्टर, मार्केट आउटलुक और टाटा म्यूचुअल की निवेश रणनीति के संबंध में टाटा म्यूचुअल के फंड मैनेजर तेजस गुटका (Tejas Gutka) की वाणिज्य संपादक विष्णु भारद्वाज से विस्तृत चर्चा हुई। पूंजी बाजार में 15 वर्षों का अनुभव रखने वाले तेजस गुटका देश के एक सफल फंड मैनेजर माने जाते हैं। पेश हैं उनसे हुई चर्चा के मुख्य अंश:-
Mutual Fund : म्यूचुअल फंड में सेक्टर के हिसाब से भी निवेश किया जाता है शानदार रिटर्न, निवेशकों को कर दिया मालामाल
जनता से रिश्ता वेबडेस्क। Mutual Fund: अगर आप म्यूचुअल फंड में निवेश करना चाहते हैं तो जान लें कि म्यूचुअल फंड में सेक्टर के हिसाब से भी निवेश किया जाता है. कोई विशेष फंड एक स्पेशल सेक्टर पर ज्यादा फोकस करता है. जानकारों का ऐसा मानना है कि शेयर बाजार में तेजी के समय स्पेशल थीम या सेक्टर वाले फंड बेहतरीन रिटर्न दे सकते हैं. आज हम आपको उन सेक्टर और थीम बेस्ड फंड्स के बारे में बताएंगे जिन्होंने पिछले एक साल में 84 फीसदी तक रिटर्न दिया है.
इंफ्रास्ट्रक्चर सेक्टर पर सेगमेंट पर आधारित या ज्यादा ध्यान देने वाले फंड्स ने पिछले एक साल में 69 फीसदी रिटर्न दिया.
2021 के केंद्रीय बजट में इंफ्रास्ट्रक्चर सेक्टर को काफी प्रोत्साहन दिया गया. इंफ्रास्ट्रक्चर फंड्स के शेयर्स में तेजी यह एक अहम कारण रहा है.
Logistic Fund: परिवहन-लॉजिस्टिक फंड से उठाएं फायदा, मजबूत जीडीपी की वृद्धि से सबसे अधिक लाभ प्राप्त करेंगे
एक आम निवेशक के रूप में, व्यापक आर्थिक पुनरुद्धार में भाग लेने का एक फंड का सेक्टर तरीका उन सेक्टरों में निवेश करना है जो मजबूत जीडीपी की वृद्धि से सबसे अधिक लाभ प्राप्त करेंगे। इस संबंध में, ट्रांसपोर्ट सेगमेंट- ऑटो ओरिजिनल इक्विपमेंट मैन्युफैक्चरर्स (ओईएम), ऑटो कलपुर्जे और फंड का सेक्टर लॉजिस्टिक्स सेक्टर निवेशकों के लिए बाजार की तेजी से अर्थव्यवस्था के बढ़ने के साथ लाभ के लिए सबसे ज्यादा मुफीद होंगे। पिछले कुछ सालों से मंदी की स्थिति में रहने के फंड का सेक्टर बाद ये सेक्टर अगले कई सालों में दनादन मुनाफा देने के लिए तैयार हैं। खुदरा निवेशकों के लिए इस तेजी का फंड का सेक्टर फायदा उठाने के लिए सबसे अच्छा तरीका म्यूचुअल फंड मार्ग के माध्यम से ट्रांसपोर्टेशन एंड लॉजिस्टिक्स थीम वाले फंड में निवेश है।
विस्तार
एक आम निवेशक के रूप में, व्यापक आर्थिक पुनरुद्धार में भाग लेने का एक तरीका उन सेक्टरों में निवेश करना है जो मजबूत जीडीपी की वृद्धि से सबसे अधिक लाभ प्राप्त करेंगे। इस संबंध में, ट्रांसपोर्ट सेगमेंट- ऑटो ओरिजिनल इक्विपमेंट मैन्युफैक्चरर्स (ओईएम), ऑटो कलपुर्जे और लॉजिस्टिक्स सेक्टर निवेशकों के लिए बाजार की तेजी से अर्थव्यवस्था के बढ़ने के साथ लाभ के लिए फंड का सेक्टर सबसे ज्यादा मुफीद होंगे। पिछले कुछ सालों से मंदी की स्थिति में रहने के बाद ये सेक्टर अगले कई सालों में दनादन मुनाफा देने के लिए तैयार हैं। खुदरा निवेशकों के लिए इस तेजी का फायदा उठाने के लिए सबसे अच्छा तरीका म्यूचुअल फंड मार्ग के माध्यम से ट्रांसपोर्टेशन एंड लॉजिस्टिक्स थीम वाले फंड में निवेश है।
भारत में कारों की कम पैठ
एशिया और पश्चिमी अर्थव्यवस्थाओं के कई अन्य देशों की तुलना में, भारत प्रति 1000 व्यक्ति कारों की संख्या के मामले में निम्न स्थान पर है यहां 1000 लोगों के पीछे सिर्फ 24 कार ही है। यह कम आंकड़ा वाहन निर्माताओं के लिए आने वाले सालों व दशकों में कई गुना बढ़ने की व्यापक गुंजाइश प्रदान करता है।
संकट में म्यूचुअल फंड सेक्टर, RBI ने किया 50 हजार करोड़ की विशेष नकदी सुविधा का ऐलान
- 27 अप्रैल 2020,
- (अपडेटेड 27 अप्रैल 2020, 12:06 PM IST)
म्यूचुअल फंडों पर नकदी के दबाव को कम करने के लिए रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (आरबीआई) ने अहम फैसला लिया है. आरबीआई ने म्यूचुअल फंड के लिए 50 हजार करोड़ के विशेष नकदी सुविधा का ऐलान किया है. आरबीआई के इस फैसले का पूर्व वित्त मंत्री पी. चिदंबरम ने स्वागत किया है.
इसके तहत बैंक 90 दिन का फंड भारतीय रिजर्व बैंक के रेपो विंडो से ले सकते हैं और इसका इस्तेमाल सिर्फ म्यूचुअल फंड को कर्ज देने या उनके पास मौजूद कॉरपोरेट पेपर खरीदने में कर सकते हैं. यह योजना 27 अप्रैल से 11 मई तक चालू रहेगी. पी. चिदंबरम ने कहा कि मैंने दो दिन पहले ही चिंता जताई थी, फंड का सेक्टर हमारी फिक्र पर आरबीआई ने ध्यान दिया और यह फैसला लिया.
Sectoral Mutual Fund Kya Hai? | सेक्टोरल फंड कैसे करता है काम और किन्हें करना चाहिए निवेश? जानिए
Sectoral Mutual Fund in Hindi: जिन लोगों को यह लगता है कि एक खास ग्रुप के शेयरों का परफॉर्मेंस मार्केट इंडेक्स से बेहतर हो सकता है उनके लिए सेक्टोरल म्यूच्यूअल फंड बेहतर विकल्प हो सकता है, लेकिन उससे पहले यह जान लेना जरूरी है कि Sectoral Mutual Fund Kya Hai? (Sectoral Mutual Fund in Hindi) और यह कैसे काम करता है? (How do sectoral funds work?)
Sectoral Mutual Fund in Hindi: निवेश के लिए म्यूच्यूअल फंड (फंड का सेक्टर Mutual Fund) इन दिनों एक बेहतरीन विकल्प बनता जा रहा है। इसपर मिलने वाला रिटर्न निवेशकों को आकर्षित कर रहा है। मौजूदा समय में म्यूच्यूअल फंड में ही कई प्रकार की केटेगरी है। इन्ही केटेगरी में से एक केटेगरी सेक्टोरल म्यूच्यूअल फंड (Sectoral Mutual Fund) है। यह एक इक्विटी फंड की केटेगरी है जो किसी खास सेक्टर में निवेश करती है। तो अगर आप विस्तार से जानना चाहते है कि Sectoral Mutual Fund Kya Hai? (What is Sectoral Mutual Fund in Hindi) और यह किस तरह से काम करता है? (How do sectoral funds work?) तो लेख के साथ अंत तक बने रहे।