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Gujarat Election: राजनीतिक दलों में हेलीकॉप्टर-चार्टर्ड प्लेन बुकिंग की होड़, 100 करोड़ रुपये खर्च होने का अनुमान
Gujarat Election: इन हेलीकॉप्टर और चार्टर्ड प्लेनों के लिए पार्टियों को हर घंटे 25 से 50 हजार रुपये खर्च करने होंगे. विभिन्न दलों के नेता इन्हीं विमानों से एक जगह से दूसरी जगह जाएंगे.
By: ABP Live | Updated at : 14 Nov 2022 03:21 PM (IST)
गुजरात विधानसभा चुनाव 2022
Gujarat Election: गुजरात विधानसभा में सभी राजनीतिक पार्टियां जोर-शोर से तौयारियों में जुटी हुई हैं. बड़ी-बड़ी रैलियों में टेंट, होर्डिंग से लेकर राजनीतिक दल हेलीकॉप्टर और चार्टर्ड प्लेन की बुकिंग करवाई है. एक अनुमान के अनुसार सभी आगे अनुबंध पार्टियां इन निजी विमानों से अपनी हवाई यात्रा के लिए 100 करोड़ रुपये खर्च करने वाली हैं.
विमान बुकिंग में बीजेपी सबसे आगे
हेलीकॉप्टर और चार्टर्ड प्लेन की बुकिंग के मामले में बीजेपी सबसे आगे आगे अनुबंध है. पार्टी ने 4 हेलीकॉप्टर और 3 चार्टर्ड प्लेन की बुकिंग करवाई है. इसके लिए अहमदाबाद में कुछ चार्टर्ड कंपनियों के साथ अनुबंध किया गया है. कांग्रेस ने 25 दिनों के लिए एक चार्टर्ड प्लेन आगे अनुबंध और एक हेलीकॉप्टर की बुकिंग करवाई है. राज्य में चुनाव को देखते हुए टब्रोक्रोप, जेट, चार्टर्ड प्लेन और हेलिकॉप्टरों को मुंबई, दिल्ली और अहमदाबाद से मंगवाकर राजनीतिक दलों ने एडवांस बुकिंग कर दी है.
हर घंटे आएगा 25 से 50 हजार खर्च
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इन हेलीकॉप्टर और चार्टर्ड प्लेनों के लिए पार्टियों को हर घंटे 25 से 50 हजार रुपये खर्च करने होंगे. विभिन्न दलों के नेता इन्हीं विमानों से एक जगह से दूसरी जगह जाएंगे. खबर के मुताबिक एक-एक हेलीकॉप्टर और चार्टर्ड प्लेन अहमदाबाद पहुंच चुका है. दलों ने अपनी सुविधा के मुताबिक हैलीपैड का निर्माण किया है. वहीं एयरपोर्ट पर एक विमान की हैंडलिंग पर 25 से 30 हजार रुपये खर्च होंगे.
बीजेपी के स्टार प्रचारक
वहीं, गुजरात विधानसभा चुनाव 2022 को लेकर बीजेपी ने स्टार प्रचारकों की लिस्ट जारी कर दी है. इस सूची में पार्टी के बड़े-बड़े नेताओं के नाम शामिल हैं. पार्टी ने इन प्रचारकों की सूची चुनाव आयोग को सौंप दी है. स्टार प्रचारकों में पीएम मोदी से लेकर अमित शाह, राजनाथ सिंह, नितिन गडकरी, स्मृति ईरानी, शिवराज सिंह, निरहुआ, रवि किशन, मनोज तिवारी, हेमा मालिनी, परेश रावल, विजय रुपाणी, नितिन पटेल के नाम शामिल हैं. ये नेता इन्हीं विमानों से रैलियां करने एक जगह से दूसरी जगह जाएंगे.
Published at : 14 Nov 2022 03:21 PM (IST) Tags: Gujarat Election Gujarat Assembly Election 2022 Gujarat Election 2022 हिंदी समाचार, ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें abp News पर। सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट एबीपी न्यूज़ पर पढ़ें बॉलीवुड, खेल जगत, आगे अनुबंध कोरोना Vaccine से जुड़ी ख़बरें। For more related stories, follow: Elections News in Hindi
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केरल हाईकोर्ट के जस्टिस जियाद रहमान एए ने लियोनी की उस याचिका पर आदेश पारित किया, जिसमें उनके खिलाफ मामले को रद करने की मांग की गई थी।
केरल हाईकोर्ट: ने बुधवार को अभिनेत्री सनी लियोनी और उनके पति डेनियल वेबर समेत एक अन्य को बड़ी राहत दी है। सनी लियोनी समेत इन लोगों पर धोखाधड़ी का मामला दर्ज है।
केरल हाईकोर्ट ने बुधवार को राज्य पुलिस की crime branch द्वारा अभिनेत्री सनी लियोनी और दो अन्य के खिलाफ दर्ज अनुबंध के उल्लंघन के मामले में आगे की कार्यवाही पर रोक लगाई है।
केरल हाईकोर्ट के जस्टिस जियाद रहमान एए ने लियोनी की उस याचिका पर आदेश पारित किया, जिसमें उनके खिलाफ मामले को रद करने की मांग की गई थी। होईकोर्ट ने याचिका की अगली सुनवाई की तारीख तक आपराधिक कार्यवाही पर रोक लगाई है।
सनी लियोनी के खिलाफ दर्ज हुई थी FIR
crime branch ने 4 साल पहले कोझीकोड में मंच पर एक प्रस्तुति के लिए एक कंपनी के साथ अनुबंध की शर्तों का कथित तौर पर उल्लंघन करने को लेकर सनी लियोनी के खिलाफ FIR दर्ज की थी।
सनी लियोनी ने अपने और पति पर लगे आरोपों को किया खारिज
अभिनेत्री ने याचिका में अपने पति और उनके कर्मचारी के खिलाफ लगाए आरोपों को खारिज किया है। उन्होंने दावा किया कि वे किसी भी अपराध में शामिल नहीं रहे हैं।
उन्होंने कहा कि जब उनके खिलाफ कोई सामग्री या स्पष्ट सबूत नहीं मिला है तो उन्हें मुकदमे की लंबी प्रक्रिया के चलते उन्हें दुख हुआ है। इस दौरान उनका कामकामज भी प्रभावित हुआ है।
शियास कुंजुमोहम्मद की शिकायत पर हो रही जांच
बता दें कि crime branch एर्नाकुलम जिले के कार्यक्रम के समन्वयक शियास कुंजुमोहम्मद की शिकायत पर दर्ज मामले की जांच कर रही है।
अपनी शिकायत में कुंजुमोहम्मद ने आरोप लगाया था कि लियोनी और अन्य ने केरल और विदेशों में स्टेज शो करने के लिए 39 लाख रुपये प्राप्त करने के बावजूद अनुबंध का उल्लंघन किया था।
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G20 में डिनर के दौरान हुई मुलाकात, गलवान झड़प के बाद पहली बार मिले मोदी और जिनपिंग
इंडोनेशिया के बाली में जी-20 सम्मेलन के दौरान भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग की मुलाकात हुई। जी-20 डिनर के दौरान दोनों नेता मिले। हाथ मिलाने के बाद कुछ देर तक बात की।
इंडोनेशिया: के बाली में जी-20 सम्मेलन के दौरान भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग की मुलाकात हुई। जी-20 डिनर के दौरान दोनों नेता मिले और हाथ मिलाने के आगे अनुबंध बाद कुछ देर तक बात करते रहे।
साल 2020 में हुई गलवान झड़प के बाद किसी मंच पर मोदी और जिनपिंग की यह पहली मुलाकात है। गलवान झड़प में 20 भारतीय सैनिक शहीद हो गए थे। वहीं इसके बाद चीन के साथ सीमा पर तनाव के हालात बने हुए हैं।
वीडियो आया सामने
हालांकि दोनों नेताओं की औपचारिक मुलाकात नहीं थी। साथ ही अभी यह भी सामने नहीं आया है कि दोनों के बीच किस बारे में बातचीत हुई। इंडोनेशिया के राष्ट्रपति जोको विडोडो से उनकी मुलाकात बाली में डिनर के दौरान हुई। दोनों के मिलने का वीडियो सामने आया है।
मोदी और जिनपिंग ने एक-दूसरे से हाथ मिलाया और कुछ देर तक एक-दूसरे से कुछ बातें भी कीं। इससे पहले पीएम मोदी ने जी-20 के मंच पर कई अन्य वैश्विक नेताओं से भी मुलाकात की।
कई अन्य नेताओं से की मुलाकात
इससे पूर्व प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को यहां जी20 शिखर सम्मेलन से इतर अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन, ब्रिटेन के प्रधानमंत्री ऋषि सुनक, फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों और कई अन्य वैश्विक नेताओं के साथ अनौपचारिक बातचीत की। साथ ही कई मुद्दों पर विचारों का आदान-प्रदान किया।
मोदी ने वार्षिक जी20 शिखर सम्मेलन के एक सत्र को यहां संबोधित करते हुए कहा कि जलवायु परिवर्तन, कोविड-19 वैश्विक महामारी और यूक्रेन संकट के कारण उत्पन्न वैश्विक चुनौतियों ने दुनिया में तबाही मचा दी है और वैश्विक आपूर्ति श्रृंखला चरमरा गई है।
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क्या उत्तर प्रदेश सरकार यूपी परिवहन निगम का निजीकरण करने जा रही है? इसका जवाब इसी से स्पष्ट हो जाता है कि अभी तक उत्तर प्रदेश परिवहन निगम में 75 प्रतिशत सरकारी बसें और 25 प्रतिशत निजी क्षेत्र की बसें चलती रही हैं, लेकिन अब योगी सरकार ने इस नियम को बदलते हुए 75 प्रतिशत बसें निजी क्षेत्र की और सरकारी बसें 25 प्रतिशत चलाने का फैसला किया है। इस फैसले पर अमल करने के लिए यूपी के परिवहन विभाग के प्रमुख सचिव एल वेंकटेश्वर लू ने उत्तर प्रदेश परिवहन निगम के प्रबंध-निदेशक को एक पत्र भेजा है और उनसे कहा है कि 75 प्रतिशत बसें अनुबंधित एवं 25 प्रतिशत बसें परिवहन निगम की यथाशीघ्र चलाई जाएं।
वेंकटेश्वर लू ने प्रबंध निदेशक आगे अनुबंध आगे अनुबंध उत्तर प्रदेश परिवहन निगम को लिखे गए अपने पत्र में लिखा है कि, “महोदय, उत्तर प्रदेश राज्य सड़क परिवहन निगम के माध्यम से प्रदेश के विभिन्न क्षेत्रों में निवास कर रहे नागरिकों को समुचित यात्रा सुविधा कराए जाने के संबंध में कल दिनांक 14/10/2022 को माननीय मुख्यमंत्री जी से चर्चा करने का सुअवसर प्राप्त हुआ।माननीय मुख्यमंत्री जी द्वारा वर्तमान में उत्तर प्रदेश राज्य सड़क परिवहन निगम द्वारा संचालित बसों की समग्र स्थिति जो बहुत खराब है, इसमें सुधार लाने के लिए प्रभावी निर्देश दिये गए जो निम्नवत हैं-
1.बसों में यात्रा करने वाले यात्रियों को सुखद अनुभव कराने हेतु सीट एवं साफ-सफाई अच्छी हो।
2..बसों को संचालित करने वाले ड्राइवर एवं कंडक्टर यूनिफॉर्म में हों एवं यात्रियों के साथ उनका व्यवहार मधुर एवं सुखदाई हो।”
प्रमुख सचिव परिवहन ने उत्तर प्रदेश परिवहन निगम के प्रबंध निदेशक को लिखे गए अपने पत्र में 7 बिंदु का उल्लेख किया है। इसमें उन्होंने बिंदु-6 में लिखा है कि, “वर्तमान में निगम बस बेड़े में लगभग 75 प्रतिशत अपनी बसें एवं अनुबंधित बसें लगभग 25 प्रतिशत हैं, इसे यथाशीघ्र परिवर्तित करते हुए 25 प्रतिशत परिवहन निगम की अपनी तथा अच्छी स्थिति वाली 75 प्रतिशत बसें अनुबंध के आधार पर संचालित कराई जाएं।”
तो वहीं उत्तर प्रदेश राज्य सड़क परिवहन निगम के प्रबंध निदेशक ने निगम की समस्त परिसंपत्तियों के वर्तमान सर्किल रेट मांग लिए हैं। इस पत्र व्यवहार और सर्किल रेट माँगे जाने के बाद से माना जा रहा है कि सरकार ने उत्तर प्रदेश परिवहन निगम के निजीकरण की ओर कदम बढ़ा लिया है। सरकार के इस फैसले के विरुद्ध डेढ़ दशक बाद एक बार फिर रोडवेज यूनियनों द्वारा निजीकरण का पुरजोर विरोध शुरू हो गया है। उनका मानना है कि सरकार चाहे छंटनी न होने और नौकरियां बरकरार रखने का लाख आश्वासन दे लेकिन जब 75 % हिस्सा निजी हाथों में चला जायेगा तो आखिर सबकी नौकरियां कैसे बची रह सकती हैं।
परिवहन निगम के कर्मचारी संगठन एकजुट होकर शासन के इस फैसले पर बड़ा आंदोलन करने की तैयारी में है। इसके मद्देनजर परिवहन निगम के विभिन्न नियमित और संविदा कर्मचारी संगठनों के पदाधिकारियों की बीते रविवार, यानी 13 नवंबर को एक महत्वपूर्ण बैठक हुई जिसमें उन्होंने सरकार के ख़िलाफ़ जल्दी ही एक बड़ा आंदोलन खड़ा करने का फैसला लिया। यह जानकारी संगठन के प्रदेश अध्यक्ष राकेश सिंह ने दी। उन्होंने बताया कि 2007 में पहली बार रोडवेज को निजी हाथों में सौंपने का सपना पूरा नहीं होने दिया गया। इस बार भी परिवहन निगम में किए जा रहे निजीकरण के अंतर्गत 75 फीसदी निजी ऑपरेटरों की अनुबंधित बसों को लगाए जाने की मंशा पूरी होने नहीं दिया जाएगा।
50 हजार कर्मियों और उनके परिवार के खातिर कर्मचारी संघ एक मंच पर सभी संगठनों को एकजुट करके आगे की लड़ाई लड़ने का फैसला रोडवेज कर्मचारी संयुक्त परिषद के महामंत्री गिरीश चन्द्र मिश्र ने योगी आदित्यनाथ की सरकार द्वारा परिवहन निगम के बारे में लिए गए निर्णय का विरोध किया है। उन्होंने मीडिया को बताया कि , “75 फीसदी बसें अनुबंध पर चलाए जाने से रोडवेज़ के 55 हज़ार कर्मचारियों के सामने रोजी-रोटी का संकट खड़ा हो जाएगा। इतना बड़ा निर्णय लेने से पहले सरकार द्वारा कर्मचारियों का भी पक्ष सुना जाना चाहिए था। इस संबंध में विशेषज्ञों से राय ली आगे अनुबंध जानी चाहिए थी। लेकिन सरकार ने मनमानी करते हुए निर्णय ले लिया है। योगी सरकार का यह कदम परिवहन निगम का निजीकरण करने की शुरुआत और तैयारी है।”
आल इंडिया सेंट्रल काउंसिल ऑफ ट्रेड यूनियंस यानी एक्टू के प्रदेश अध्यक्ष विजय विद्रोही ने कहा कि यूपी राज्य परिवहन निगम का निजीकरण बर्दाश्त नहीं किया जायेगा। वे कहते हैं उत्तर प्रदेश सरकार ने उत्तर प्रदेश राज्य परिवहन निगम के 75 परसेंट संचालन को अनुबंधित निजी बसों के मालिकों को सौंप दिये जाने का फरमान जारी किया है और साथ ही रोडवेज की परिसंपत्तियों की कीमत का मूल्यांकन करवाकर उसे बेचने की दिशा ले रही है। उन्होंने इसे जनविरोधी और आत्मघाती कदम मानते हुए कर्मचारियों और जनता दोनों के हितों के विरुद्ध माना।
वे कहते हैं वर्तमान में 75 परसेंट बसें रोडवेज चलाता है और 25 परसेंट बसें अनुबंधित हैं परंतु जनता जिन 25% अनुबंधित बसों में बैठती है उनकी हालत भी कोई बहुत अच्छी नहीं। वह छोटी बसें होती हैं। उनकी सीटें बड़ी खराब होती हैं। दो वाली सीट पर तो दो लोग ठीक से बैठ नहीं सकते और उनका स्टाफ भी उतना संजीदा नहीं होता है जितने कि सरकारी रोडवेज की बसों के स्टाफ संजीदा होते हैं। वे कहते हैं, "हम यह भी देख रहे हैं कि भारतीय जनता पार्टी के राज में सार्वजनिक संपत्ति को निजी हाथों में खुल्लम-खुल्ला सौंपा जा रहा है और देश का भारी नुकसान किया जा रहा है।"
वे बताते हैं कि उत्तर प्रदेश राज्य परिवहन निगम के पास लगभग 11485 बसों का बेड़ा है और इसके माध्यम से रोजाना 123.35 करोड़ यात्री 43.3 करोड़ किलोमीटर सफर करते है जिससे रोडवेज को सालाना 4473 करोड़ से अधिक की सालाना आय प्राप्त होती है। अब यह बहुत आश्चर्य जनक है कि जो उत्तर प्रदेश परिवहन निगम सरकार को भारी राजस्व दे रहा है , सरकार उसी को बडी होशियारी से निजी पूंजी पतियों के हाथ में सौंपने जा रही है। जनता की मशक्कत के पैसे से खड़े हुए परिवहन निगम को बेचने का प्रदेश की सरकार को कोई हक नही है , यह प्रदेश के हितों को भी भारी नुकसान पहुंचाने वाला कदम है।
विजय विद्रोही ने अंत में कहा कि 75% बसों को अनुबंध पर चलाए जाने से रोडवेज में कार्यरत करीब 55000 कर्मचारियों की रोजी-रोटी पर संकट खड़ा हो जाएगा। सरकार इस आत्मघाती कदम को तत्काल प्रभाव से वापस ले और रोडवेज को और कुशल बनाएं तथा नई बसों को बेड़े में शामिल करें। तो वहीं उत्तर प्रदेश के परिवहन मंत्री दयाशंकर सिंह कहते हैं कि रोडवेज कर्मचारियों का हम नुकसान नहीं होने देंगे बल्कि नई नियुक्तियों को बढ़ाएंगे। उनका तर्क है कि केवल डग्गामार बसों को अनुबंधित किया जायेगा।
इसमें दो मत नहीं कि उत्तर प्रदेश परिवहन निगम देश के बड़े परिवहन निगम में आता है। कई हजार कर्मचारी इसमें कार्यरत हैं। सरकार भले ही यात्रियों को बेहतर सुविधा देने की बात कहकर परिवहन निगम का 75 प्रतिशत हिस्सा निजी हाथों में सौंपने का तर्क दे रही हो। लेकिन इस तथ्य को भी नहीं झुठलाया जा सकता कि बसों के संचालन में जब सरकार का नियंत्रण आधे का भी आधा रह जायेगा तो निजी बस मालिक अपने मुताबिक कर्मचारियों को रखने और ऐसे हालात छटनी पैदा कर सकते हैं। लेकिन इन सब से पहले हमें इस ओर भी गौर करना होगा कि यूपी परिवहन निगम में पहले से ही 25% बसों का संचालन निजी हाथों में है तो क्या हालात ठीक हैं। तो इसका जवाब होगा "बिल्कुल नहीं"। अभी भी अधिकांश बसें बेहद खस्ता हाल में हैं जो यात्रा को सुगम तो हरगिज नहीं बनाती। सरकार कहती है कि प्रदेश में जितनी बसों की जरूरत है उतनी न तो अभी इनके पास हैं और न अभी खरीदने के हालात हैं। बहरहाल सरकार का यह फैसला 55 हजार परिवहन कर्मियों के लिए खतरे की घंटी तो साबित हो ही रही है। साथ ही भविष्य में सरकारी नौकरियों में आगे अनुबंध भी भारी कटौती करने की ओर कदम है। इससे इंकार नहीं किया जा सकता।
IND vs NZ: भारत के खिलाफ सीरीज के लिए न्यूजीलैंड टीम का ऐलान, बोल्ट-गप्टिल बाहर
क्राइस्टचर्च। न्यूजीलैंड ने नए दौर में प्रवेश का अंदेशा देते हुए अनुभवी ओपनर मार्टिन गप्टिल और तेज गेंदबाज ट्रेंट बोल्ट को भारत के खिलाफ होने वाली सीमित ओवर शृंखलाओं के लिए टीम में शामिल नहीं किया है। न्यूज़ीलैंड क्रिकेट (एनज़ेडसी) ने मंगलवार को तीन टी20 और तीन एकदिवसीय मैचों के लिए टीम की घोषणा करते हुए बताया कि केन विलियम्सन ब्लैक कैप्स की कमान संभालेंगे। गप्टिल के स्थान पर फिन ऐलन को बतौर सलामी बल्लेबाज 15-सदस्यीय स्क्वाड में शामिल किया गया है। ऐलन ने हाल ही में समाप्त हुए टी20 विश्व कप 2022 में भी न्यूजीलैंड के लिए सलामी बल्लेबाज की भूमिका निभाई थी, और अब वह एकदिवसीय टीम में भी मुख्य सलामी बल्लेबाज की भूमिका निभा सकते हैं।
दूसरी ओर बोल्ट इस साल की शुरुआत में अपने परिवार के साथ अधिक समय बिताने और दुनिया भर की घरेलू लीगों में ध्यान केंद्रित करने के लिए न्यूजीलैंड क्रिकेट के साथ अपने अनुबंध को तोड़ने का फैसला करने के बाद उन्हें टीम में जगह नहीं दी गई। न्यूजीलैंड के कोच गैरी स्टीड ने कहा कि बोल्ट और गप्टिल को टीम से बाहर रखने का फैसला मुश्किल था। स्टीड ने कहा, “जब ट्रेंट ने अगस्त में अपने एनज़ेडसी अनुबंध से तोड़ने का फैसला किया, तो हमने संकेत दिया कि उन खिलाड़ियों को प्राथमिकता दी जाएगी जिनके पास केंद्रीय या घरेलू अनुबंध हैं, और यहां ऐसा ही हुआ।”
उन्होंने कहा, “हम सभी ट्रेंट की विश्व स्तरीय क्षमता को जानते हैं, लेकिन इस समय जैसे-जैसे हम और अधिक वैश्विक आयोजनों की ओर बढ़ रहे हैं, हम दूसरों को अवसर और अनुभव देना चाहते हैं। सीमित ओवर क्रिकेट में शीर्ष क्रम में फिन के उभरने और सफलता का मतलब है कि मार्टिन गप्टिल के वर्ग का एक खिलाड़ी टीम में जगह नहीं बना सकेगा। यह उच्च प्रदर्शन वाले खेल की प्रकृति है।”
उल्लेखनीय है कि भारत में होने वाले एकदिवसीय विश्व कप 2023 में एक साल से भी कम समय बचा है। कीवी टीम 2019 में हुए आयोजन का रोमांचक फाइनल हारकर दूसरे स्थान पर रही थी, लेकिन इस बार वह ट्रॉफी उठाना चाहेगी। स्टीड ने विश्व कप की योजनाओं को लेकर कहा, “एकदिवसीय विश्व कप में एक साल से भी कम समय बचा है और हम फिन को एकदिवसीय अनुभव हासिल करने का हर मौका देना चाहते हैं, खासकर भारत जैसे अच्छे प्रतिद्वंद्वी के खिलाफ। उन दोनों खिलाड़ियों के लिए संदेश यह है कि आगे बहुत सारा अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट है और निश्चित रूप से उनके लिए दरवाजे बंद नहीं हैं।”
भारत और न्यूजीलैंड के बीच 18 नवंबर से शुरू होने वाली टी20 शृंखला शुरू होनी है, जबकि तीन मैचों की एकदिवसीय सीरीज 25 नवंबर से खेली जाएगी। टी20 सीरीज में भारतीय टीम की अगुवाई हार्दिक पांड्या करेंगे, जबकि एकदिवसीय शृंखला के लिये शिखर धवन भारत की कमान संभालेंगे। विराट कोहली, रोहित शर्मा और केएल राहुल जैसे वरिष्ठ खिलाड़ियों को इस दौरे पर आराम दिया गया है।
न्यूजीलैंड टी20 टीम में केन विलियमसन (कप्तान) हैं और फिन ऐलन, माइकल ब्रेसवेल, डेवोन कॉनवे, लॉकी फर्ग्यूसन, डेरिल मिचेल, एडम मिल्ने, जिमी नीशम, ग्लेन फिलिप्स, मिशेल सैंटनर, ईश सोढ़ी, टिम साउदी, ब्लेयर टिकर टीम का हिस्सा हैं।
न्यूजीलैंड वनडे टीम : केन विलियमसन (कप्तान), फिन ऐलन, माइकल ब्रेसवेल, डेवोन कॉनवे, लॉकी फर्ग्यूसन, मैट हेनरी, टॉम लैथम, डेरिल मिचेल, एडम मिल्ने, जिमी नीशम, ग्लेन फिलिप्स, मिशेल सैंटनर, टिम साउदी टीम का हिस्सा हैं।
भारत टी20 टीम : हार्दिक पांड्या (कप्तान), शुभमन गिल, ईशान किशन, दीपक हुड्डा, सूर्यकुमार यादव, श्रेयस अय्यर, ऋषभ पंत (उपकप्तान और विकेटकीपर), संजू सैमसन (विकेटकीपर), वाशिंगटन सुंदर, युजवेंद्र चहल, कुलदीप यादव, अर्शदीप सिंह, हर्षल पटेल, मोहम्मद सिराज, भुवनेश्वर कुमार, उमरान मलिक हैं।
भारत एकदिवसीय टीम : शिखर धवन (कप्तान), शुभमन गिल, दीपक हुड्डा, सूर्यकुमार यादव, श्रेयस अय्यर, ऋषभ पंत (उपकप्तान और विकेटकीपर), संजू सैमसन (विकेटकीपर), वाशिंगटन सुंदर, शार्दुल ठाकुर, शाहबाज अहमद, युजवेंद्र चहल, कुलदीप यादव, अर्शदीप सिंह, दीपक चाहर, कुलदीप सेन, उमरान मलिक हैं।
टी20 सीरीज: वेलिंगटन (18 नवंबर), तोरंगा (20 नवंबर), नेपियर (22 नवंबर) में खेली जाएगी। जबकि एकदिवसीय सीरीज: ऑकलैंड (नवंबर 25), हैमिल्टन (नवंबर 27), क्राइस्टचर्च (30 नवंबर) में होंगे।
भारत के खिलाफ टी20-वनडे सीरीज के लिए न्यूजीलैंड टीम का ऐलान, गुप्टिल और बोल्ट का कटा पत्ता
New Zealand Squad For India Series: न्यूजीलैंड क्रिकेट आगे अनुबंध बोर्ड (एनजेडसी) ने मंगलवार को भारत के खिलाफ आगामी सीमित ओवर सीरीज के लिए टीम की घोषणा कर दी है। न्यूजीलैंड और भारत के बीच 18 नवंबर से तीन टी20 और तीन वनडे मैचों की सीरीज खेली जाएगी। पहली टक्कर वेलिंगटन में होगी।
Updated Nov 15, 2022 | 12:00 PM IST
IND vs NZ Flashback: जब टीम इंडिया ने जड़ा था न्यूजीलैंड की धरती पर ऐतिहासिक पंजा, विराट सेना ने रचा था इतिहास
India vs Australia: इन शहरों में हो सकते हैं भारत-ऑस्ट्रेलिया मैच, 5 साल बाद इस मैदान को भी मेजबानी के आसार
न्यूजीलैंड क्रिकेट टीम (फाइल फोटो)
वेलिंगटन: अनुभवी मार्टिन गुप्टिल और ट्रेंट बोल्ट को आगे अनुबंध भारत के खिलाफ 18 नवंबर से शुरू हो रही सीमित ओवरों की श्रृंखला के लिये न्यूजीलैंड टीम से बाहर कर दिया गया है। सलामी बल्लेबाज गुप्टिल को उदीयमान खिलाड़ी फिन एलेन को मौका देने के लिये बाहर किया गया है जबकि बोर्ड के केंद्रीय अनुबंध से बाहर रहने का फैसला करने वाले बोल्ट की जगह छह मैचों की श्रृंखला में किसी और को मौका दिया जायेगा।
एलेन को टी20 और वनडे दोनों टीमों में जगह दी गई है। वह अब तक 23 टी20 और आठ वनडे खेलकर पांच अर्धशतक और एक शतक जमा चुके हैं। बोल्ट की गैर मौजूदगी में तेज आक्रमण का जिम्मा टिम साउदी, मैट हेनरी, लॉकी फर्ग्युसन , ब्लेयर टिकनेर और एडम मिल्ने संभालेंगे। मिल्ने ने आखिरी वनडे 2017 में खेला था। मुख्य कोच गैरी स्टीड ने कहा कि बोल्ट और गुप्टिल को बाहर करना आसान नहीं था लेकिन आगे अनुबंध टीम को आगे की ओर देखना है।
उन्होंने कहा, ‘‘ट्रेंट ने जब अगस्त में न्यूजीलैंड क्रिकेट का अनुबंध छोड़ने का फैसला किया था तभी हमने संकेत दे दिये थे कि प्राथमिकता अनुबंधित खिलाड़ियों को दी जायेगी। हमें आगे की ओर देखना है और दूसरों को भी मौका दिया जाना जरूरी है।’’ न्यूजीलैंड और भारत दोनों टीमों के लिये यह श्रृंखला अगले साल होने वाले विश्व कप की तैयारी का मौका है।
न्यूजीलैंड दौरे पर नहीं जाएंगे हेड कोच राहुल द्रविड़, वीवीएस लक्ष्मण को फिर मिली बड़ी जिम्मेदारी
टी20 विश्व कप से बाहर होने के बाद केन विलियमसन ने किया अपने करियर के बारे में बड़ा ऐलान
स्टीड ने कहा ,‘‘ विश्व कप में अब एक साल से भी कम समय बचा है लिहाजा फिन को अनुभव दिये जाने की जरूरत है, खासकर भारत जैसी मजबूत टीम के खिलाफ।’’ केन विलियमसन दोनों प्रारूपों में कप्तान होंगे। टॉम लाथम वनडे टीम में विकेटकीपर होंगे जबकि डेवोन कोंवे टी20 टीम में विकेटकीपिंग का जिम्मा संभालेंगे।
जिम्मी नीशम अपने विवाह के कारण तीसरा वनडे नहीं खेलेंगे जिनकी जगह हेनरी निशोल्स को उतारा जायेगा। स्टीड ने कहा, ‘‘भारतीय टीम के यहां आने पर काफी उत्साह रहता है। अपने घरेलू दर्शकों के सामने भारत से खेलने को लेकर हमारी टीम उत्साहित है। हमें भारत को हराने के लिये अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करना होगा।’’